अब दिल्ली और उत्तर प्रदेश के किसानों को बिल्कुल भी हैरान होने की जरुरत नहीं है. क्योंकि अब यहाँ के किसानों के अच्छे दिन आ गए है. अक्षरधाम से खेकड़ा तक बनने वाला नया हाइवे, किसानों को मालामाल कर सकता है. भारत माला परियोजना के तहत दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर के बगल से होते हुए (दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे) इस हाइवे का निर्माण होने वाला है. इस हाइवे से बहुत से किसानों को फ़ायदा मिलने की उम्मीद है.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही चालू होने वाली है. इस हाइवे के बनाने का मुख्य उद्देश्य ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-सहारनपुर हाइवे को जोड़ना है. इस हाइवे के लिए NHAI, लोनी के 12 गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण करेगी. इसके साथ ही इस हाईवे के बनने के बाद लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी साथ ही उद्योगों को भी बढ़ावा मिलने में मदद होगी.
हाईवे में करीब 12 किलोमीटर की एलिवेटेड रोड बनाया जाना है. दिल्ली में इस रोड की 14.7 किलोमीटर और यूपी में 17.5 किलोमीटर लम्बाई होगी. इस रोड में छह किलोमीटर की एलिवेटेड रोड बनेगी. हाईवे के लिए इसी माह टेंडर पास किया गया है और इस टेंडर पर मार्च से काम चालू कर दिया जाएगा.
इस हाईव के निर्माण के लिए 12 गांव की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. अब इसकी सूची भी तैयार ही चुकी है. इस सूची को शासन के भी पास भेज दिया गया है. जब सरकार किसानों से भूमि अधिग्रहण करेगी तो उसके बदले किसानों को मुआवजा देगी. मुआवजे के लिए सरकार ने दो पैरामीटर बनाए हैं. इसके अनुसार, जो जमीन शहरी क्षेत्र में आएगी उसे दो गुना जबकि ग्रामीण क्षेत्र की जमीन के लिए चार गुना मुआवजा दिया जाएगा. इसमें लोनी देहात, हकीकतपुर, सैदुलाबाद, पावी सदकपुर,शादाबाद दुर्गावली, अगरोला, मिलक बामला,मंडौला और नानू गांव के किसानों को शामिल किया गया है. यहां के किसानों को मुआवजे के रुप में मोटी रकम दी जाएगी. बता दें कि इस हाईवे का टोल प्लाजा लोनी में बनाया जाना है. इसके लिए सरकार ने पहले से ही जमीन खरीद रखी है और फिलहाल टोल बनाने पर मंथन चल रहा है. एनएचएआई ने इस बारे में जिलाधिकारी को भी अवगत करा दिया है.
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