Tractor Parade by Farmer: कृषि कानूनों (Farmer Bill) को लेकर आंदोलन (Farmer Protest) का सिलसिला अभी-भी जारी है, लेकिन सरकार के रूख में किसी प्रकार की तब्दीलियां आती नहीं दिख रही है. वहीं, सरकार का रवैया हर गुजरते वक्त के साथ कठोर होता जा रहा है. उधर, अब किसान भाई भी मन बना चुके हैं कि जब तक उनकी मांगों के आगे सरकार घुटने नहीं टेक देती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
अब इसी बीच खबर है कि आगामी स्वतंत्रता दिवस (independence day) को ध्यान में रखते हुए किसान भाइयों ने कृषि आंदोलन को नई धार देने के लिए एक बड़ा ऐलान कर दिया है. यह ऐलान हरियाणा के किसानों के द्वारा किया गया है. आगामी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर किसान भाई ट्रैक्टर परेड करेंगे. प्रदेशभर के किसान इसमें हिस्सा लेंगे. वहीं, अन्य राज्यों के किसानों के भी इसमें शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं.
सुरक्षाकर्मी चौकस (SECURTIY FORCES IN ALERT MODE)
26 जनवरी ट्रैक्टर परेड़ के मौके पर जो भी कुछ हुआ, उसकी पुनरावृत्ति आगामी 15 अगस्त के मौके पर न हो. इसके लिए सुरक्षाकर्मी अभी से ही अपनी सुरक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करने में लग चुके हैं. वे अपनी तरफ से कोई भी ऐसी चूक करना चाहेंगे, जिससे किसी भी प्रकार के शरारती तत्वों की घुसपैठ ट्रैक्टर परेड में हो सके. वहीं, इस ट्रैक्टर परेड की पूरी रूपरेखा खींची जा चुकी है, लेकिन अभी तक इसकी रूपरेखा निकलकर सामने नहीं आई है.
उधर, किसान भाइयों का कहना है कि आंदोलन को इतने दिन हो चुके हैं, लेकिन सरकार अभी-भी खामोश है. कृषि कानूनों (FARMER BILL) का मसला सड़क से लेकर संसद तक उठाया जा चुका है. लिहाजा, अब हमने फैसला किया है कि ट्रैक्टर परेड के जरिए अपने पैगाम को सरकार तक पहुंचाएंगे.
इस बीच किसान भाई 26 जनवरी के मसले को भी याद करने से नहीं चुके. उन्होंने 26 जनवरी वाले बवाल को याद करते हुए कहा कि हमारी कोशिश रहेगी की कोई शरारती तत्व इसमें शामिल न हो. बहरहाल, सुरक्षाकर्मी अपनी तरफ से तमाम प्रयास करते हुए नजर आ रहे, ताकि कोई भी तत्व शांति भंग करने में सफल न हो सकें.
पिछले ट्रैक्टर परेड से अलग होगा ये परेड
हरियाणा के किसानों ने सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए कहा कि आगामी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर होने जा रहा हमारा यह ट्रैक्टर परेड अलग होने जा रहा है. इस बार परेड में महज ट्रैक्टर की प्रदर्शनी ही नहीं दिखेगी, अपितु कृषि में इस्तेमाल होने वाले हर उपकरण की प्रदर्शनी इस बार दिखेगी.
वहीं, यह आंदोलन पूरी तरफ से शांतियुक्त रहेगी. हमारा मुख्य ध्येय सत्ता तक अपनी बात पहुंचाना है. यूं तो किसानों का आंदोलन पिछले कई माह से जारी है. अब किसानों द्वारा शुरू किए जा रहे इस ट्रैक्टर परेड का क्या कुछ असर पड़ता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन तब तक के लिए आप कृषि जगत से जुड़ी हर बड़ी खबर से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए... कृषि जागरण.कॉम
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