चण्डीगढ़। हरियाणा में अब क्लाइमेट स्मार्ट कृषि को बढावा दिया जाएगा, जिसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा 22 करोड़ रुपए की राशि से एक कार्य योजना को तैयार किया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डा. अभिलक्ष लिखी ने बताया कि विभाग ने केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय के अंतर्गत नेशनल एडोपशन फंड फोर क्लाइमेट चेंज योजना के तहत योजना को तैयार किया है और इसके लिए नाबार्ड द्वारा राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत समुदाय को जानकारी मुहैया करवाना, तकनीकी ज्ञान को बढावा देना, आईसीटी का उपयोग के बारे में राज्य के 100 चिन्हित कलाइमेट स्मार्ट गावों को जानकारी दी जाएगी।
हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के निदेशक डी के बेहरा ने बताया कि विभाग ने क्लाइमेट स्मार्ट कृषि की अवधारणा के तहत विभिन्न कदम उठाए हैं और किसानों को इसके बारे में जागरूक भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग राज्य के किसानों को फसल अवशेषों के प्रबंधन के सब्सिडी पर उपकरण उपलब्ध करवा रहा हैं और कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना के माध्यम से किराए पर भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुपर एसएमएस के साथ कम्बाईन हारवेस्टर के साथ हैप्पी सीडर उपकरण फसल अवशेष प्रबंधन के लिए किफायती है। उन्होंने बताया कि इस वैज्ञानिक डाटा और क्षेत्रीय अनुभवों से साबित हुआ है इन तकनीकों के प्रयोग करने के उपरांत फसल उत्पादन में बढौतरी हुई है।
उन्होंने बताया कि विभाग राज्य में फसलों के अवशेषों को जलाने से रोकने के लिए इन तकनीकों को बढावा दे रहा हैं। उन्होंने बताया कि मौसम की नवीनतम जानकारी हासिल करने के लिए किसानों को जोडा जा रहा है और इसके लिए पूरे राज्य में आटोमेटेड वैदर स्टेशन भी स्थापित किए जा रहे हैं ताकि फसल को नवीनतम मौसम की जानकारी हासिल करके बचाया जा सकें।
सूत्र : खास खबर
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