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रूस-यूक्रेन युद्ध का असरः बाजारों में बढ़ सकती है महंगी, कच्चे तेल की कीमतों में भारी उछाल

रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण बाजारों में आम जनता को महंगाई का सामना करना पड़ सकता हैं. जिसके चलते कई व्यापारियों के बिजनेस बंद करने के रास्ते पर आ सकते हैं. देश में धाना और लकड़ीयों का आयात पूरी तरह से फिलहाल के लिए बंद किया गया हैं. बाजार में बचे हुए स्टॉक से ही व्यापारी अपना काम चला रहे हैं.

लोकेश निरवाल
लकड़ी
देशों में महंगाई का असर

रूस और यूक्रेन दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध से आम जनता की जेब पर काफी असर पड़ रहा है. इस युद्ध के कारण कई देशों में महंगाई का असर देखने को मिल रहा है. आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र अमेरिका ने यूरोप की तरफ से रूस की हरकत पर आर्थिक प्रतिबंधों के बीच होने वाले आयात-निर्यात पर रोक लगा दी है. जिसके कारण से बाजार में कई सामानों की कीमतों में भारी उछाल आ रहा है. इस युद्ध का असर भारतीय बाजार में भी देखने को मिल रहा है.

बाजार में स्टॉक के सहारे चल रहा काम

कारोबारी का कहना है कि अभी भारतीय बाजार में स्टॉक के सहारे काम चल रहा है, जिस दिन यह बचा हुआ स्टॉक खत्म हो जाएगा. उस दिन से बाजार में एक भारी उछाल आना शुरू हो जाएगा.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत यूक्रेन से धाना के साथ लकड़ी बड़ी संख्या में मंगाता है. लेकिन धाना और लकड़ी का स्टॉक अभी हमारे पास काफी संख्या में स्टॉक है, लेकिन युद्ध के कारण भारतीय बाजार में धाना और लकड़ी की कीमत अचानक बढ़ गई है. यूक्रेन से आई लकड़ियों से बाजार में फर्नीचर और अन्य तमाम सामानों का निर्माण किया जाता है. लेकिन अब इसकी आचानक कीमत बढ़ जाने के कारण से कई आम लोगों को अपने बिजनेस में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि बाजारों में ग्राहकों की संख्या में कमी हो गई है.

यूक्रेन से भारत लकड़ी और घाना का ही आयात नहीं करता बल्कि कृषि, प्लास्टिक और पॉलीमर्स से बने उत्पादों का भी आयात करता है. लेकिन इस समय रूस और यूक्रेन में युद्ध होने के कारण व्यापारियों का बिजनेस पूरी तरह से बंद है, उन्हें काफी घाटे का सामना करना पड़ रहा है.

यह भी पढ़ेः रूस-यूक्रेन युद्ध से बाजार हो रहा प्रभावित, भारतीय बाजारों पर भी दिख रहा युद्ध का असर

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ी

इस विषय में भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री हेमंत गुप्ता का कहना हैं कि हम अब सिर्फ यूक्रेन के सामानों को देख रहे है. लेकिन अमेरिका दुनिया भर में रूस के सामनों व अन्य कार्य पर प्रतिबंध लगाते जा रहे हैं. इसे बाकी देशों के आयात महंगा हो जाता जा रहा है, क्योंकि रूस से ही कई देशों को कच्चे तेल का आयात किया जाता है और अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं. इसका सामना कई देशों को करना पड़ सकता हैं.

इसके आलाव उन्होंने यह भी कहा कि लगभग 10 मार्च के बाद आप सब को बाजारों में महंगी देखने को मिल सकती हैं. कुछ व्यापारियों ने तो अभी से अपने सामानों की कीमतों के दाम बढ़ाना शुरू कर दिया है. जैसे कि दालों, मसालों के दाम अभी से बाजार में बढ़ गए हैं.

English Summary: Effect of Russia-Ukraine war: Markets may increase expensive, crude oil prices may rise sharply Published on: 04 March 2022, 11:05 AM IST

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