दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने इंद्रप्रस्थ बस डिपो (Indraprastha Bus Depo) में ई-ऑटो के बेड़े को हरी झंडी (e-Auto) दिखा दी है. साथ ही इलेक्ट्रिक ऑटो ने दिल्ली की सड़कों पर दस्तक देना भी शुरू कर दिया है. खास बात यह है कि सरकार ने 3,500 ई-ऑटो मालिकों को भी परमिट जारी किए थे, जिनमें से 500 महिलाएं हैं. जो अपने आप में लैंगिक समानता को बढ़ावा दे रही हैं.
वायु प्रदूषण से निपटने की शानदार पहल (Initiative to tackle air pollution)
केजरीवाल ने 20 ऑटो चालकों को पंजीकरण प्रमाण पत्र सौंपे और कहा कि यह राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से निपटने (Air Pollution Prevention Step) के लिए एक आक्रामक कदम है और इसने निकट भविष्य में हजारों ई-ऑटो के दिल्ली की सड़कों (e-Auto in Delhi) पर उतरने का मार्ग प्रशस्त किया है. भारत के किसी भी राज्य में दिल्ली में सबसे ज्यादा ई-ऑटो हैं.
ई-ऑटो का दिल्ली में धमाल (E-auto boom in Delhi)
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ई-ऑटो के पहले बैच को हरी झंडी दिखाते हुए सीएम ने कहा कि, "पहली बार, हमारे राज्य में ई-ऑटो (e-Auto) लॉन्च किए जा रहे हैं, जो दिल्ली के लोगों के लिए बहुत गर्व की बात है. नीले और बकाइन रंग के ऑटो है, जिन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है."
उन्होंने कहा, "दिल्ली की प्रदूषण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हम धीरे-धीरे वाहनों में एक आदर्श बदलाव की शुरुआत कर रहे हैं. इसके लिए, इन इलेक्ट्रिक ऑटो को पेश किया गया है, जो अब नियमित रूप से दिल्ली में संचालित होंगे."
महिला चालकों को प्रोत्साहित करना (Encouraging women drivers)
सरकार ने कलर कोडिंग (Color Coding in e-Auto) भी की है जिसके अनुसार पुरुषों द्वारा चलाए जाने वाले ऑटो नीले रंग के होंगे और महिलाएं बकाइन रंग के ऑटो चलाएगी. योजना के किसी भी दुरूपयोग को रोकने और महिला चालकों को प्रोत्साहित करने के लिए कलर कोडिंग की गई है.
दिल्ली परिवहन प्राधिकरण ने पिछले साल सितंबर में 4,261 ई-ऑटो परमिट जारी करने का फैसला किया था. इसमें से 33 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षित होंगे. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2,855 ई-ऑटो के कोटे के चलते पुरुष आवेदकों से कुल 19,846 आवेदन प्राप्त हुए और 1,406 ई-ऑटो के कोटे के चलते महिला आवेदकों से 743 आवेदन प्राप्त हुए हैं.
महिला ई-ऑटो चालकों को मिला बढ़ावा (Women e-auto drivers got a boost)
लेकिन अधिक महिला ड्राइवरों को प्रोत्साहित करने के लिए, सरकार ने फरवरी में उनके लिए आरक्षित ई-ऑटो (e-Auto) के लिए नए आवेदन लेने का फैसला किया था. वहीं दूसरे दौर में लगभग 93 और महिलाओं ने आवेदन किया है. जिसके बाद पात्र आवेदकों को लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया चल रही है.
इसके अलावा, 3 मार्च 2022 को, 1,406 ऑटो के महिला कोटे के तहत कुल 663 ई-ऑटो दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को संचालित करने की अनुमति के साथ आवंटित किए गए थे.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2003 के बाद से दिल्ली की पहली और एकमात्र महिला ऑटो चालक ने बताया कि "महिलाओं को ऑटो चलाने से डरना नहीं चाहिए. मैं 19 साल की उम्र से ऑटो चला रही हूं और इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है. मैं स्वतंत्र महसूस करती हूं."
दिल्ली बनी भारत की ईवी राजधानी (Delhi becomes India's EV capital)
केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हम धीरे-धीरे ईंधन आधारित वाहनों से इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलाव की शुरुआत कर रहे हैं. इस दिशा में, इन इलेक्ट्रिक ऑटो को पेश किया गया है, जो अब नियमित रूप से पूरी दिल्ली में संचालित होंगे."
दिल्ली सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति को 'अत्यधिक प्रगतिशील' बताते हुए उन्होंने कहा कि उनके प्रयासों की पूरे देश में प्रशंसा हो रही है, जिससे दिल्ली 'भारत की ईवी राजधानी' (EV Capital of India) बन गई है.
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