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सूखे चारे में खनिज लवण की कमी से पशु स्वास्थ्य होता है प्रभावित…

किसान भाइयों भारत, दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है। लेकिन हमारे देश में हरे चारे की उपलब्धता दुधारू पशुओं की अपेक्षा काफी कम है। इसलिए हमें पशुओं को अधिकतर सूखा चारा ही आहार के तौर पर देना होता है।

किसान भाइयों भारत, दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है। लेकिन हमारे देश में हरे चारे की उपलब्धता दुधारू पशुओं की अपेक्षा काफी कम है। इसलिए हमें पशुओं को अधिकतर सूखा चारा ही आहार के तौर पर देना होता है। इसकी वजह से उनमें पोषक तत्व कम मात्रा में उपलब्ध हो पाता है। इस प्रकार पूरी तरह सूखा चारा पर निर्भर रहने के कारण पशुओं में खनिज लवणों की कमी हो जाती है। जिससे पशु रोगग्रस्त हो जाते हैं। और पशुपालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। मानव शरीर की तरह पशुओं में भी पोषक तत्वों की कमी के कारण उनकी पाचन क्षमता एवं वृद्धि आदि प्रभावित होती है। इस समस्या से आपको अवगत कराने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र- भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान,झांसी द्वारा निम्न जानकारी दी गई हैं।

एक पशु के लिए निम्नलिखित 15 खनिज लवण की आवश्यकता होती है। जिनमें से 7 मुख्य तत्व होते हैं। कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नेशियम, क्लोरिन, सोडियम, पौटेशियम, सल्फर आदि। जबकि सूक्ष्म तत्वों में जिंक,आयरन, कॉपर, कोबाल्ट, मैंगनीज, आयोडीन, मॉलिब्डनम।

आइए जानते हैं कि पशुओं में खनिज लवण की कमी से होने वाले से वाले प्रमुख रोगों के बारे में संक्षिप्त चर्चा करते हैं-

पशुओं में खनिज लवण की कमी से उनका पाचन तंत्र, उपापचय, वृद्धि एवं उत्पादन आदि प्रभावित होते हैं। ये पशुओं की शारीरिक बनावट के साथ-साथ उनके दांत एवं हड्डी आदि के विकास के लिए जरूरी होते हैं अत: खनिज लवणों की कमी से पशुओं में समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।

पशुओं के लिए मांसपेशियों ऊतकों के रख-रखाव हेतु भी खनिज लवण की आवश्यकता होती है। आयरन, खून की  लाल कणिकाओं में हीमोग्लोबिन का निर्माण करता है जो सांस द्वारा ऑक्सीजन के आदान-प्रदान में सहायक है।

पशुओं में प्रमुख रूप से पतलापन, हड्डियों का अल्प विकास, पाइका, खुरदरी त्वचा, रक्त अल्पता, प्रजनन क्षमता में कमी, गर्भ धारण में देरी, रोगरोधी क्षमता में कमी आदि लक्षण खनिज लवणों में कमी के चलते ही होते हैं।

खनिज लवण का मिश्रण बनाएं-

खनिज लवणों की पूर्ति के लिए पशुओं के आहार में निम्न तत्वों का मिश्रण बनाएं। डाई कैल्शियम फास्फेट 1960 ग्राम, जिंक सल्फेट 32 ग्राम, कॉपर सल्फेट 8 ग्राम, नमक 1000 ग्राम को प्रतिदिन राशन के साथ पशुओं की क्षमता के अनुसार दें। 8-10 लिटर दूध देने वाले पशुओं को प्रतिदिन 50 ग्राम प्रति दुधारु पशु के हिसाब से दें। जबकि अन्य पशुओं को 30-40 ग्राम प्रतिदिन आहार के साथ दें। यही नहीं बाजार में उपलब्ध खनिज मिश्रण भी पशुओं को दिया जा सकता है।

English Summary: Due to the shortage of mineral salts, animal health is affected ... Published on: 19 December 2017, 02:21 AM IST

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