पहाड़ी क्षेत्र बर्फ़बारी को लेकर हमेसा पर्यटकों के लिए आकर्षक का केंद्र बना रहता है. पाहाड़ी क्षेत्र की अगर बात करें तो अभी के मौसम में देश और विदेशों के हर कोने से लोग यहाँ घुमने और बर्फ़बारी देखने आते है.
ऐसे मौसम में जहाँ लोग खुल कर इस का लुत्फ़ उठाते नजर आते हैं तो कई बार ऐसा भी होता है की अधिक बर्फ़बारी स्थानीय जन-जीवन और पर्यटकों के लिए मुसीबतें भी खड़ी कर देती है. जिससे ना सिर्फ यातायात बंद हो जाती बल्कि वहां फसे लोगों को कई अन्य तरह के मुसीबतों का भी सामना करना पड़ता है. ख़ास कर पर्यटकों के लिए यह किसी चुनौती से कम नहीं होता.
ऐसे में कृषि जागरण के संवादाता ने उत्तराखंड के उच्च हिमालिय क्षेत्र पर क्या हालात हैं उससे रूबरू करवाया.
कहते हैं जरुरत से ज्यादा कुछ भी सही नहीं होता. ऐसा ही कुछ नजारा नैनीताल के अल्मोड़ा में देखने को मिला. अधिक बर्फ़बारी के वजह से यहाँ का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया हैं. ऐसे में वहां के मौसम विभाग के अधिकारी दीपक रावत ने पूर्वानुमान मौसम अलर्ट जारी करते हुए कहा की अभी रास्ता खुला है तो ऐसे में आवश्यक सामान अपने-अपने घरों में मंगवा कर रख लें.
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वहीँ लोगों से यह भी कहा की अपने घर से सटे रोड, आँगन को खुला रखें ताकि फसने की कोई गुंजाईश ना रहे. जो पर्यटक फ़स चुके हैं वो मदद के लिए 1077 या फिर 100 नंबर पर कॉल कर रेस्क्यू सुविधा मंगवा सकते हैं. हालांकि उन्होंने यह भी बताया की दिन के वक़्त उतनी बर्फबारी नहीं होगी लेकिन रात के समय बर्फ़बारी अधिक होने की संभावना है. उन्होंने कोयले की अंगीठी जलाने वाले लोगों के लिए भी अलर्ट जारी किया है. कहा ऐसे लोग जो रात के समय कोयले की अंगीठी जलाकर रहते हैं वो ऐसा ना करें. इससे पहले भी इसको लेकर दुर्घटना हो चुकी है.
भारी बर्फ़बारी के चलते रास्तों पर बर्फ की मोटी परत जम गयी है. जिससे ना सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पड़ोसी राज्यों में भी ठंढ बढ़ गयी है.
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