राष्ट्रपति भवन में 18 जुलाई, 2024 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के चुनिंदा भाषणों पर प्रकाशित अंग्रेजी और हिंदी की पुस्तकें 'Wings To Our Hopes' और 'आशाओं की उड़ान' के प्रथम खंड का विमोचन किया. साथ ही 'कहानी राष्ट्रपति भवन की' और 'Rashtrapati Bhawan: Heritage Meets the Present' का भी विमोचन किया गया. बता दें कि इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और संसदीय कार्य राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 'कहानी राष्ट्रपति भवन की' में बाल-पाठकों के लिए राष्ट्रपति एवं राष्ट्रपति भवन से संबंधित जानकारी समाहित की गई है.
पुस्तक में राष्ट्रपति भवन के लगभग सौ साल का इतिहास
'हमारे राष्ट्रपति', 'राष्ट्रपति भवन के मुख्य आकर्षण एवं 'राष्ट्रपति भवन संग्रहालय परिसर' - इन तीन अध्यायों में बंटी यह पुस्तक राष्ट्रपति भवन के लगभग सौ साल के इतिहास को सरल शब्दों में प्रस्तुत करती है. प्रथम अध्याय ‘हमारे राष्ट्रपति भारत के राष्ट्रपति के चुनाव, और देश की व्यवस्था में राष्ट्रपति की समुचित भूमिका पर आधारित है. साथ ही इस अध्याय में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रारंभिक और व्यक्तिगत जीवन, करियर, राजनीति में प्रवेश, समाज में योगदान, झारखंड के राज्यपाल के रूप में योगदान और देश-विदेश के दौरों तथा बच्चों से लगाव का ब्यौरा है.
द्वितीय अध्याय ‘राष्ट्रपति भवन के मुख्य आकर्षण' राष्ट्रपति भवन के मुख्य आकर्षणों पर केंद्रित है. इसमें राष्ट्रपति भवन का इतिहास, राष्ट्रपति भवन का निर्माण, राष्ट्रपति सचिवालय, पुस्तकालय, घंटाघर, राष्ट्रपति निलयम, बोलारम, सिकंदराबाद, जयपुर स्तम्भ और राष्ट्रपति भवन परिसर के उद्यानों का विवरण किया गया है. साथ ही, राष्ट्रपति संपदा में पाए जाने वाले दुर्लभ पेड़-पौधे एवं पक्षियों के खूबसूरत चित्रों को भी इस पुस्तक में शामिल किया गया है.
तृतीय अध्याय में राष्ट्रपति भवन संग्रहालय परिसर के बारे में बताया गया है. यह संग्रहालय भारतीय लोकतंत्र की स्वतंत्रता और एकता का प्रतिनिधित्व करता है. इसमें पूर्व राष्ट्रपतियों के निजी सामान का संग्रह, यहां की वास्तुकला, स्वतंत्रता संग्राम की झांकियां, विक्टोरिया कोच और अन्य वाहन, भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न एवं पद्म पुरस्कारों के पदकों के प्रतिरूप, नायाब पत्थर और राष्ट्रपति भवन की खान-पान की परम्परा के बारे में बताया गया है. मुख्यतः बाल-पाठकों के लिए तैयार की गई इस पुस्तक को राष्ट्रपति भवन के विभिन्न चित्रों से सुसज्जित कर आकर्षक कलेवर में प्रस्तुत किया गया है.
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