मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया है कि प्रदेश में रबी फसल की खरीदी के बाद अब भुगतान राशि किसानों के खातों में भेजना शुरू कर दिया गया है. अभी तक खरीदी के बाद लगभग 200 करोड़ रुपए की राशि किसानों के बैंक खतों में भेजी जा चुकी है. बता दें, प्रदेश में समर्थन मूल्य पर फसल बिक्री के बाद दो से तीन दिन में भुगतान राशि विक्रेता के बैंक खातों में दी जा रही है. मध्य प्रदेश सरकार की मानें तो इस बार प्रदेश में पिछली बार की तुलना में दो गुना अधिक गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रबी उपार्जन कार्य की समीक्षा हो रही है.
"सौदा पत्रक" के माध्यम से गेहूं की खरीदी
मध्य प्रदेश सरकार के एक कृषि अधिकारी ने बताया कि इस बार कुल फसल खरीदी का 81 प्रतिशत खरीद सौदा पत्रक के माध्यम से हुई है. सौदा पत्रक के माध्यम से सरकार किसान की फसल (उपज ) किसान के घर से ही समर्थन मूल्य पर खरीदती है. अभी तक गत वर्ष की तुलना में दोगुना गेहूं खरीदा जा चुका है. पिछली बार इस समय तक तक 1.11 लाख मी.टन गेहूं खरीदा गया था जबकि इस बार लॉकडाउन भी लगा है फिर भी अभी तक 2 लाख 14 हजार मी.टन गेहूं खरीदा जा चुका है.
वित्त वर्ष 2019-20 के लोन की 50 प्रतिशत राशि भुगतान के समय काटी जाएगी
मध्य प्रदेश राज्य के वर्तमान कैबीनेट मंत्री मंत्री गोविंद सिंह का कहना है कि प्रदेश के कुछ जिलों में वित्त वर्ष 2019-20 के किसानों के लोन के अलावा उनके अन्य लोन की राशि भी काटी जा रही है. इसी राशि की कटौती के संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वित्त वर्ष 2019-20 में किसानों द्वारा लिए गए लोन की केवल 50 प्रतिशत राशि काट कर समर्थन मूल्य पर बेची गई फसल का भुगतान किया जा रहा है. इसके अलावा किसी भी प्रकार के लोन की कटौती इस बार नहीं की जा रही है.
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