खेतीबाड़ी के साथ-साथ पशुपालन बिजनेस भारतीय किसान प्राचीन काल से करते आ रहें हैं. और मौजूदा वक्त में पशुपालन बिजनेस में काफी बढ़ोतरी हुई है. इसी के मद्देनजर बिहार के मोतिहारी जिले में पशुपालन व दूध उत्पादन करने वाले किसानों को बढ़ावा देने के लिए मनरेगा के तहत पशु शेड का निर्माण किया जा रहा है.
गौरतलब है कि बिहार सरकार कि इस पहल से गाय-भैंस, बकरी और मुर्गीपालन बिजनेस करने वालों को लाभ मिलेगा. इसका अलावा लॉकडाउन में अन्य राज्यों से आए मजदूरों को मनरेगा के तहत पशुपालन के लिए निजी भूमि पर पशु शेड का लाभ मिलेगा.
सेड निर्माण के लिए विभाग दे रही है 100% अनुदान
हालांकि इसके पीछे गांव से पलायन रोकने के लिए युवाओं को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने का प्रशासन की योजना है. खबरों के मुताबिक, पीओ गौरव ने बताया कि प्रखंड में 12 पशु सेड का निर्माण कराया जा चुका है. वहीं 50 योजना क्रियान्वयन की प्रक्रिया में है. सेड निर्माण के लिए विभाग 100% अनुदान दे रही है. इसमें पशुपालकों को जमीन का एलपीसी सहित अन्य कागजात देना होगा.
बकरी व सुअर सेड के लिए भी 100% अनुदान
उन्होंने आगे बताया कि बकरी व सुअर सेड के लिए भी 100% अनुदान देय है. 2 पशुओं के शेड के लिए 75 हजार, 4 पशुओं के शेड के लिए 1 लाख 16 हजार से ज्यादा की राशि विभाग उपलब्ध करा रहा है . हालांकि योजना का लाभ पाने के लिए पशुपालकों के पास कम से कम 2 पशु होना जरूरी है.
पशुपालकों को मिलेगा पैसा
इसमें दो प्रकार के पशुपालकों को लाभ दिए जाने की योजना है. जिसमें दो पशु वाले पशुपालकों को पशु शेड के तहत उनकी निजी भूमि पर शेड, नाद, फर्श व यूरिनल ट्रैक निर्माण पर उन्हें मनरेगा के माध्यम से 75 हजार रुपए तथा चार पशु वाले पशुपालकों को उक्त निर्माण कार्य के लिए एक लाख 16 हजार रुपए खर्च किए जाएंगे.
किन पशुपालकों को मिलेगा लाभ?
खबरों के मुताबिक पशुपालकों को अपनी निजी भूमि पर शेड का निर्माण करवाना होगा. योजना का लाभ बीपीएल कार्डधारी, इंदिरा आवास योजना के लाभूक, अनुसूचित जाति, जनजाति के साथ लघु सीमांत किसान ले सकते हैं.
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