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कॉफी की खेती 50,000 हैक्टेयर में
कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया की साझेदारी में नागालैंड वर्ष 2030 तक 50,000 हेक्टयेर में कॉफी की खेती करेगा। जानकारी के अनुसार नागालैंड सरकार के सचिव वाई किकहेतो सेमा का कहना है कि राजकीय भूमि संसाधन विभाग अन्य विभागों के साथ तालमेल कर प्रत्येक जिले में व्यापक कॉफी बागान लगाएगा।
कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया की साझेदारी में नागालैंड वर्ष 2030 तक 50,000 हेक्टयेर में कॉफी की खेती करेगा। जानकारी के अनुसार नागालैंड सरकार के सचिव वाई किकहेतो सेमा का कहना है कि राजकीय भूमि संसाधन विभाग अन्य विभागों के साथ तालमेल कर प्रत्येक जिले में व्यापक कॉफी बागान लगाएगा। चूंकि कॉफी बोर्ड ने प्रदेश की भौगोलिक और स्थलाकृति को कॉफी के लिए उपयुक्त घोषित किया है।
भूमि संसाधन निदेशालय में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले कॉफी बोर्ड के अधिकारियों के साथ विभाग की बैठक हुई जिसमें कॉफी बीज का आवंटन बढ़ाने पर जोर दिया गया। साथ ही अधिकारियों को प्रशिक्षण देने व उन्हें तकनीकी समर्थन देने की भी बात की गई। स्थानीय किसानों को झूम खेती को छोड़कर कॉफी की खेती करनी चाहिए। विभाग का मानना है कि कॉफी की खेती ग्रामीण अर्थव्यवस्था के उत्थान में मदद करेगी और ग्रामीण लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार आएगा।
English Summary: Coffee cultivation in 50,000 hectares
Published on: 29 August 2017, 04:30 AM IST
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