देश ही नहीं, बल्कि विश्व को भी कोरोना वायरस ने जकड़ रखा है. इसी महामारी के चलते ही देशव्यापी लॉकडाउन लगा हुआ है. लॉकडाउन की वजह से सभी को मुश्किलों का समाना करना पड़ रहा है. गरीब मजदूरों एवं किसानों की मदद के लिए केंद्र और राज्य सरकार तरह-तरह के इंतजाम कर रही हैं. लॉकडाउन के कारण इस बार खेती में पैदावार बढ़ाने के लिए सरकार कुछ अलग ही तरीके से रोडमैप तैयार कर रही है. कृषि रोड मैप के अधीन राज्य में गुणवत्तायुक्त फसल उत्पादन के लिए उन्नत एवं प्रमाणित बीज किसानों को मुहैया कराए जाएंगे. उन्नत एवं प्रमाणित बीज (संकर बीज) इस बार राज्य सरकारों द्वारा मुफ़्त वितरण (शत प्रतिशत अनुदान पर) या सब्सिडी पर दिए जाएंगे.
बता दें कि इस बार खरीफ़ फसल के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के लाखों किसानों को इस संकट की घड़ी में बड़ी राहत देने का फैसला किया है. खरीफ़ सीजन 2020 के लिए मक्का और बाजरा के प्रमाणित बीज मुफ़्त उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. राजस्थान सरकार ने राज्य बीज निगम लिमिटेड द्वारा राष्ट्रीय बीज निगम से प्रमाणित बीजों की खरीदी की जिम्मेदारी ली है.
इन फसलों के दिए जाएंगे प्रमाणित बीज संकर बीज मुफ़्त
राजस्थान राज्य के किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने में मक्का एवं बाजरा फसल का एक महत्वपूर्ण स्थान है, यही कारण है कि इस बार राजस्थान सरकार ने मक्का और बाजरा की मिनीकिट किसानों को मुफ्त देने का फैसला किया है. वित्त विभाग के प्रस्ताव के अनुसार, आने वाले खरीफ सीजन के दौरान प्रदेश के अनुसूचित जनजाति वाले क्षेत्र में 5 लाख किसानों को मक्का के प्रमाणित संकर बीज के 5 किलोग्राम और सभी बाजरा उत्पादक जिलों में 10 लाख किसानों को 1.5 किलोग्राम बाजरा के प्रमाणित बीज के मिनीकिट फ्री सरकार द्वारा दिए जाएंगे. राज्य बीज निगम को राष्ट्रीय बीज निगम से खरीफ़ सीजन 2020 के लिए 26 हजार क्विंटल सोयाबीन प्रमाणित बीज के साथ 14 हजार क्विंटल सोयाबीन के आधार बीज की खरीदी को भी अनुमति दे दी है.
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