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बकरी पालन ने बदली डॉ. पंवार की जिंदगी, लाखों युवाओं के लिए बने प्रेरणा, उत्कृष्ट कार्य के लिए केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान से मिला सम्मान

डॉ. देवाराम पंवार ने रेगिस्तान की मिट्टी में विकट परिस्थियतियों के बीच बकरी पालन के महत्तव को समझकर उसे एक ऐसे उद्योग में बदला जो आज क्षेत्र के अन्य युवओं को ऐसा करने की प्रेरणा दे रहा है. उन्होंने इसी व्यवसाय से अपनी आर्थिकि को मजबूत किया और प्रदेश के कई युवा किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने.

बृजेश चौहान
बकरी पालन में उत्कृष्ट कार्य के लिए डॉ. पंवार को मिला सम्मान.
बकरी पालन में उत्कृष्ट कार्य के लिए डॉ. पंवार को मिला सम्मान.

देश में बकरी पालन का व्यवसाय भले ही छोटा हो, लेकिन कई किसान ऐसे भी हैं जो इस व्यवसाय से अच्छ मुनाफा कमा रहे हैं. यह एक ऐसा व्यवसाय है, जिसे बहुत कम पूंजी और छोटी जगह में भी सरलता से किया जा सकता है. यही वजह है की देश के कई किसान बकरी पालन के जरिए अपनी आर्थिकी को मजबूत कर रहे हैं. देश के ऐसे ही किसानों को केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए समय-समय पर सम्मानित करता रहता है. इसी कड़ी में केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान ने राजस्थान के रहने वाले डॉ. देवाराम पंवार को बकरी पालन में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया है. केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान- मखदूम, मथुरा (यूपी) में आयोजित में आयोजित बकरी उद्यमिता विकास दिवस कार्यक्रम में डॉ. देवाराम पंवार को प्रशंसा पत्र से नवाजा गया.

डॉ. देवाराम पंवार ने रेगिस्तान की मिट्टी में विकट परिस्थियतियों के बीच बकरी पालन के महत्तव को समझकर उसे एक ऐसे उद्योग में बदला जो आज क्षेत्र के अन्य युवओं को ऐसा करने की प्रेरणा दे रहा है. डॉ. देवाराम पंवार ने कोरोना काल जैसे परिवर्तन भरे दौर में बकरी पालन को नजदीकियों से समझा और इसमें उद्यमशीलता स्थापित करने की ठानी. इसी के परिणाम स्वरूप उन्होंने विशेषज्ञों से संवाद स्थापित कर इस संबंध में प्रशिक्षण प्राप्त किया और वैज्ञानिक तरीके को अपनाकर बकरी पालन को एक व्यवसायिक मॉडल में उतारा.

उन्होंने बकरी पालन की अहमियत को समझा और पाया की इन्हें केवल मांस नहीं बल्कि दूध और उससे बनने वाले कई उत्पादों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. उन्होंने इसी व्यवसाय से अपनी आर्थिकि को मजबूत किया और प्रदेश के कई युवा किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने. जो युवा पीढ़ी पहले बकरी नाम से भी घृणा कर रही थी, वह आज इन्ही के किए गए कार्य को सिख कर इस व्यवसाय से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.

बता दें कि डॉ. देवाराम राष्ट्रीय पशुधन मिशन में राजस्थान के दूसरे और बाड़मेर के प्रथम लाभार्थी हैं, जो युवाओं में बकरी पालन करने की उम्मीदों को पूरा करनें के लिए नि:शुल्क मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं. इससे पूर्व डॉ.देवाराम पंवार को समाजिक सरोकारों में अग्रणी भूमिका निभाने और कृषि, पशुपालन में किए जा रहे नवाचारों के लिए भी राष्ट्र एवं राज्य के अलग अलग संस्थानों द्वारा उत्साहवर्धन के लिए मान सम्मान एवं प्रस्तति पत्र दे कर भी नवाजा गया है. डॉ. देवाराम ने बकरी उद्यमिता विकास दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में भाग लिया और अपनी सफलता की कहानी बताई.

English Summary: Central Goat Research Institute honored Dr Devaram Panwar of Barmer Rajasthan for his excellent work in goat rearing Published on: 23 November 2023, 11:09 AM IST

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