भारत एक असीम संभावनाओं का देश है और यहां की युवा आबादी दुनिया का भविष्य है. ऐसा लंबे समय से कहा जाता रहा है, लेकिन आज बिहार के रोहित नाम के एक छात्र ने इस शिथिल सी पढ़ चुकी कहावत को फिर से ऊर्जावान कर दिया है जैसे कि पहले कई और छात्रों ने किया है.
दरअसल, रोहित ने एक ऐसी तकनीक को इजाद किया है, जिससे कम खर्च में बिजली का उत्पादन किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि इस तकनीक से मात्र 12 प्रतिशत ऊर्जा खर्च करने पर बिजली का उत्पादन होगा, लेकिन बड़ी खबर ये है कि इसे आईआईटी पटना की ओर से मंजूरी मिल गई है. अब इस तकनीक को नेशनल वाटर अकादमी पुणे में प्रस्तुतीकरण के लिए भेजा जाएगा. रोहित की इस तकनीक को लिफ्टिंग तकनीक के नाम से जाना जाता है.
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ऐसे बनती है इस तकनीक से बिजली
रोहित द्वारा बनाई गई इस तकनीक में जिस डैम में बिजली बनने के बाद पानी आता है, वहां से दोबारा बिजली की सहायता से पानी को ऊपर वाले डैम में भेजा जाता है और उसे टरबाइन पर फिर से घुमाया जाता है, जिससे उसी पानी से दोवार बिजली का उत्पादन होता है. इस पानी को रोटेट करने में मात्र 12 प्रतिशत बिजली की खपत होती है, इसलिए इसे दुनिया की सबसे सस्ती बिजली बनाने वाली तकनीक कहा जा रहा है.
नेशनल इनोवेशन सेंटर गुजरात और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी रुड़की भेजी गई है रिपोर्ट
रोहित की इस तकनीक को आईआईटी पटना से मंजूरी मिलने के बाद नेशनल इनोवेशन सेंटर गुजरात और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी रुड़की भेजा जा रहा है, जहां से मंजूरी के मिलने के बाद इसके उपयोग के आसार और ज्यादा बढ़ जाएंगे. इसके बाद मंत्रालय से फंड मिलने की मुश्किलें दूर हो सकती हैं. रोहित को बुधवार की शाम को पटना से पूना तकनीक के प्रजेंटेशन के लिए भेजा गया है.
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