राहुल गांधी ने राज्य के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचकर किसानों और किसान संगठन के मुखियाओं से बातचीत की. उनके साथ यात्रा में शामिल ऑल इंडिया कांग्रेस पार्टी (AICC) के सचिव जयराम रमेश ने किसानों-काश्तकारों की आत्महत्या, राहत कोष और भूमि रिकॉर्ड पोर्टल ‘धरणी’ से संबंधित समस्याओं पर किसान संगठनों से चर्चा की.
टीआरएस की ‘रायथु बंधु’ निवेश सहायता योजना केवल प्रचार तक सीमित: जयराम
जयराम रमेश ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्विट किया कि राहुल गांधी ने यात्रा के दौरान किसानों और किसान संगठनों से वादा किया है कि विधानसभा चुनाव 2023 के पार्टी मेनीफेस्टो में किसानों की समस्या को वरीयता देंगे. राज्य में 2014 के बाद से 80 प्रतिशत आत्महत्याओं के मामले किसानों-काश्तकारों से जुड़े हैं. राज्य की टीआरएस सरकार ने शोक संतप्त परिवारों को कोई राहत प्रदान करने में विफल रही है. खरीफ 2020 के बाद से राज्य के किसानों के पास कोई फसल बीमा योजना नहीं है. इससे फसल के नुकसान की स्थिति में लाखों किसान मुआवजे से वंचित हो गए हैं. रमेश ने आरोप लगाया कि टीआरएस (तेलंगाना राष्ट्र समिति) की योजना ‘रायथु बंधु’ निवेश सहायता योजना केवल प्रचार तक सीमित है.
'भूमि अभिलेखों के आधुनिकीकरण पोर्टल धरणी पर चल रही है धांधली'
यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने आश्वासन दिया कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी तो किसानों और खेत में मजूदरी करने वाले लोगों को पंजीकृत कर उन्हें फसल बीमा, बैंक ऋण और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा. इस दौरान राहुल गांधी से मिले किसानों ने धरणी पोर्टल पर चल रही धांधलियों की भी शिकायत की. इस पर जयराम रमेश ने कहा कि यह आपराधिक श्रेणी में आता है कि भूमि अभिलेखों में आधुनिकीकरण की योजनाएं हजारों दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ी जातियों को उनकी ही भूमि से बेदखल कर रही है.
ये भी पढ़ें- Cotton Farmer Protest: कपास किसानों की सरकार से मांग, प्रति क्विंटल दामों पर किया जाए ₹12000 एमएसपी
दिवाली के चार दिनों बाद भारत जोड़ो यात्रा के तहत राहुल गांधी तेलंगाना के नारायणपेट जिले के मकथल कस्बा पहुंचे. उनके साथ राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी, सांसद उत्तम कुमार रेड्डी, सीएलपी नेता भट्टी विक्रमार्क सहित कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे.
Share your comments