"मोदी है तो मुमकिन है" जी हाँ ये वक्तव्य कैबिनेट मंत्री उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण पियूष गोयल ने आज दिल्ली के कर्तव्य पथ से कहे. उन्होंने आज "भारत आटा" के ब्राण्ड नाम से की 700 मोबाइल वैन"को हरी झंडी दिखा कर देश के 2000 उपभोक्ता केन्द्रों के लिए रावना किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि" मोदी है तो मुमकिन है" उन्होंने कहा कि मोदी सरकार न केवल गरीबों के लिए काम कर रही है बल्कि महगाई से जूझ रही देश की आम जनता के लिए भी सटीक कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि आज भारत के गरीब व आम नागरिक को भारत आटा समर्पित किया गया है, जोकि सबसे सस्ता आटा है. इस भारत ब्राण्ड को लोगों के लिए भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (NAFED) , भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (NCCF) और केंद्रीय भंडार के माध्यम से संचालित किया जायेगा. इन तीनों के माध्यम से देश भर के 2000 खुदरा स्टोर व केंद्रीय भंडार में ये भारत आटा उपलब्ध रहेगा. इसके माध्यम से उन्होंने उपभोक्ताओं को सस्ती दामों पर आहार की आपूर्ति करने का प्रयास किया. यह उनका कार्यक्रम और कर्तव्य को निभाने का प्रतीक रहा.
27.50 रुपये प्रति किलो रहेगा मूल्य
अब भारत के आम नागरिक को भारत आटा मात्र 27.50 रुपये प्रति किलो में उपलब्ध होगा. इसकी 10 किलों की पैकिंग पूरे भारत म पंहुचाई जा रही है. इससे न केवल गरीब जनता को फायदा मिलेगा बल्कि आम नागरिक को भी महगाई के बोझ से राहत मिलेगी . इसके लिए पूरे भारत में करीब 2000 भंडार व खुदरा खाद्य वितरण केन्द्रों पर यह उपलब्ध रहेगा.
किसानों के लिए खुशियों की सौगात
इस मोके पर कैबिनेट मंत्री उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण पियूष गोयल ने कहा कि पूरे भारत को सस्ता आटा उपलब्ध करवाने के लिए देश का अन्नदाता महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इससे न केवल उपभोक्ता को महंगाई से रहत मिलेगी बल्कि देश के अन्नदाता से सीधे अनाज की खरीद से उन्हें भी लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि देश के किसानों से सीधे 2.5 लाख मेट्रिक टन गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ख़रीदा गया है. जिसका सीधा लाभ किसानों को मिला है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से गेंहू का न्यूनतम समर्थन मूल्य वर्तमान में दुगना हो चुका है. सरकार के इस कदम से किसानों की आय भी दुगनी होगी बल्कि उनई खरीद का क्षेत्र का भी विस्तार बढ़ा है. बिना समर्थन किसी भी उद्यम के लिए सफलता संभव नहीं है, इसलिए किसानों का हित सरकार के इस पहल का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है. सरकार द्वारा 2.5 लाख मेट्रिक टन गेहूँ के खरीद का निर्णय किसानों के हित में काफी सकारात्मक साबित हो सकता है. गेहूँ के खरीद की इस पहल से किसानों को उचित मूल्य प्राप्त करने में मदद मिल सकती है और इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है.
प्याज का तड़का भी सस्ता, मात्र 25 रुपये प्रति किलो
"भारत आटा" के साथ-साथ नेफेड व केन्द्रीय भंडार के वितरण केन्द्रों पर प्याज भी बहुत सस्ती उपलब्ध करवाई जा रही है. इस अवसर पर जानकारी देते हुए अश्विनी कुमार चौबे राज्य मंत्री, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण, ने कहा कि देश की जनता अब प्याज मात्र 25 रुपये प्रति किलो खरीद सकती है. गेंहू से सस्ता आटा उपलब्ध कराना और सस्ते मूल्य पर प्याज उपलब्ध करवाने से आम नागरिकों महंगाई से राहत मिलेगी सस्ते मूल्य पर प्याज उपलब्ध कराने से एक गृहणी की रसोई में तड़के की खुशबू भी सस्ती हो जाएगी. यह त्योहारों के सीजन में रसोईघर में खाने के आनंद को बढ़ा और उन्हें पूरे परिवार के लिए स्वादिष्ट भोजन तैयार करने में मदद कर करेगा.
चना दाल पर भी हो गई सस्ती
इतना ही नहीं सस्ते आटा और प्याज के साथ-साथ चना दाल भी बहुत सस्ती उपलब्ध करवाई जाएगी. NAFED और NCCF पर भारतीय चना दाल 60 रुपये प्रति किलो में उपलब्ध रहेंगी है, जबकि केंद्रीय भंडार पर भारतीय चना दाल केवल 58 रुपये प्रति किलो में उपलब्ध रहेंगी. भारत सरकार का यह कदम उपभोक्ता को उनकी आवश्यकताओं के लिए सस्ते दामों पर खाद्य सामग्री प्राप्त करने का एक बड़ा मौका प्रदान करती है. सस्ते दामों पर चना दाल की उपलब्धता भी आम नागरिकों को बड़ा लाभ पहुँचा सकती है. इस पहल से आम नागरिकों को पोषक दाल को सस्ते दामों पर प्राप्त करने का अवसर मिल सकता है.
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चना दाल में प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए आवश्यक होते हैं. सस्ते दामों पर इसकी उपलब्धता, आम नागरिकों को स्वास्थ्यपूर्ण आहार के साथ आर्थिक रूप से सुस्त खपत का लाभ पहुँचा सकती है. इस अवसर पर साध्वी निरंजन ज्योति राज्य मंत्री (उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण) नेफेड एमडी रितेश चौहान (आईएएस) विशेष रूप से मौजूद रहें.
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