बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से बुधवार को रायबरेली में 'बड़ौदा किसान मेला' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर रायबरेली के दो प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया. उनमें से प्रथम पुरस्कार रायबरेली के 'लेमनमैन' नाम से प्रसिद्ध आनंद मिश्रा को मिला. यह ‘वर्चुअल मेगा किसान मेला’ था. इस मौके पर बैंक ऑफ बड़ौदा के रिजनल मैनेजर आनंद कुमार, कृषि क्षेत्र में योगदान देने और किसानों की मदद करने के लिए आनंद मिश्रा की तारीफ भी किए. बता दें, कि बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से 'बड़ौदा किसान पखवाड़ा' अभियान के तहत देश के अलग-अलग इलाकों के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित करने के साथ ही कृषि लोन मुहैया करवाया जा रहा है.
'लेमनमैन' आनंद मिश्रा
उत्तर प्रदेश के रायबरेली के निवासी आनंद मिश्रा ने व्यापार प्रबंधन (Business Management) की शिक्षा प्राप्त कर मल्टीनेशनल कंपनी में 13 साल नौकरी किए और फिर छोड़ दिये. क्योंकि उनका बचपन से ही बागवानी के ओर काफी रुझान था. हालांकि, नौकरी के वजह से वह अपने इस शौक को पूरा नहीं कर पा रहे थे. नौकरी छोड़कर जब वह गांव आएं तो उनकी रुचि खेती की ओर और बढ़ गई.
लेकिन उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वे कौन सी फसल की खेती करें. इसके लिए उन्होंने ने कई प्रांतों व जिलों में भ्रमण किया खेती-किसानी की पूरी जानकारी जुटाई. जिसके बाद उन्होंने थाई प्रजाति के नींबू की बागवानी करने की सोची. इसके लिए उन्होंने नीबू की उपयोगिता और उत्पादन की भी पूरी जानकारी ली. फिर उन्होंने वाराणसी से पौधा खरीदा और गांव में साढ़े तीन बीघा भूमि पर कुल 900 पौधे लगाए. जिसके बाद उन्हें नींबू के एक पौध से सालाना 20 से 25 किलो बिना बीज का फल मिलने लगा.
नींबू की खेती से लाखों की कमाई
अब खुद ही व्यापारी गांव आकर उनसे माल खरीद कर ले जाते हैं. इसके अलावा आनंद मिश्रा से सोशल मीडिया के जरिए कई राज्यों के किसान उनके साथ जुड़ें हुए हैं जो उनसे नींबू की बागवानी के बारे में जानकारी समय – समय पर लेते रहते हैं. आनंद मिश्रा ने अपने गांव में ही नींबू के पौधों की नर्सरी भी खोल रखी है. वर्तमान समय में, वह नींबू की खेती से लाखों की कमाई कर रहे हैं.
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