कर्नाटक के धारवाड़ की देसी नस्ल की भैंस को अब राष्ट्रीय मान्यता मिल गई है. जो कि कर्नाटक की पहली देसी नस्ल है जिसे यह महत्व मिला है. इस भैंस को स्थानीय लोग धारवाड़ी येम्मे कहा जाता हैं. जिसका संरक्षण होगा और विकास भी. बता दें धारवाड़ी भैंस 17वीं देसी नस्ल है जिसे यह मान्यता मिली है.
किसानों के लिए केंद्र सरकार ने किया बड़ा ऐलान
मखाने के बढ़ते उत्पादन और मांग के बीच किसानों के लिए अच्छी खबर आई है. दरअसल मखाना किसानों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली बीज को केंद्र सरकार ने अधीसूचित कर दिया है. कृषि विभाग के सचिव डॉ. एन. सरवण कुमार ने कहा कि केन्द्रीय सरकार, बीज अधिनियम के अंतर्गत सबौर मखाना के बीज को कृषि प्रयोजन के लिए राजपत्र में अधिसूचना जारी कर दी गई है जो कि किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है.
PHD द्वारा आयोजिय कार्यक्रम में पहुंचे नितिन गडकरी
PHD चेम्बर द्वारा आयोजित 116 वें एनुअल सेशन मीटिंग का बीते दिन आयोजन किया गया. जिसके मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उपस्थित होकर इस कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिया.
NSC के CMD हुए रिटायर्ड
National Seeds Corporation limited के chairman cum managing director, vinod kumar Gaur 30 सितंबर को रिटायर्ड हो चुके हैं जी हां 30 सि.बर साल 2021को VK Gaur का कार्यकाल समाप्त हो चुका है आपको बता दें वीके गौर की उपस्थिति में एनएससी को कॉर्पोरेट गवर्नेंस के तहत SFCI द्वारा उत्कृष्ट ग्रेडिंग प्राप्त हुई.
करोड़ों किसानों को होगा सीधा फायदा
केंद्रीय मंत्री कृषि राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने गोवा में केंद्र प्रायोजित कृषि योजनाओं के क्रियान्वयन पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान खेती से जुड़ी मशीनरी को लेकर बड़ा आदेश जारी किया है. साथ ही कृषि मशीन बनाने वाली कंपनियों और डीलरों को देश में अपने प्रोडक्ट को एक समान कीमत पर बेचने का भी निर्देश दिया.
4000 मंडियों में सरकारी दर पर धान की खरीद शुरु
उत्तर प्रदेश की मंडियों में MSP पर धान की खरीद एक अक्टूबर से शुरू से हो चुकी है. सरकार की मानें तो इसके लिए सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. प्रदेश में लगभग 4000 धान खरीद केंद्र बनाए गए हैं. बता दें जिन किसानों के पास 50 क्विंटल से ज्यादा धान है, वे सिर्फ शनिवार और रविवार को ही मंडी में धान बेच पाएंगे.
खरीफ फसलों की बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी
हरियाणा में शुक्रवार से खरीफ फसलों की खरीद शुरू हो चुकी है. जबकि हजारों किसान अभी मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाए हैं. ऐसे में सरकार ने किसानों को एक और मौका दिया है. दरअसल इस पोर्टल को 1 से 3 अक्टूबर तक फिर से खोल दिया गया है. बता दें प्रदेश में बिना रजिस्ट्रेशन के कोई भी किसान अपनी फसल नहीं बेच सकता. इसलिए तीन दिन का यह मौका किसानों के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
किसानों के लिए महत्वपूर्ण है मौसम संबंधी जानकारी
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार की ई-मौसम एसएमएस सेवा को हरियाणा सरकार और मोबाइल ऐप ई-मौसम एचएयू को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की वेबसाइट पर जगह मिली गई है. कुलपति प्रो. बीआर कांबोज ने बताया कि राज्य के किसानों को मौसम पूर्व जानकारी व कृषि सलाह प्रदान करने वाली यह सेवा बेहद फायदेमंद है. इससे किसानों को फसलों संबंधी बिजाई, कटाई व कढ़ाई के लिए समय निर्धारण करने में आने वाली समस्याओं से निजात मिलेगीसाथ ही आर्थिक नुकसान भी कम होगा.
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