
Agri Production: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने साल 2024-25 के लिए मुख्य कृषि फसलों (खरीफ एवं रबी) के उत्पादन का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी कर दिया है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन अनुमानों को मंजूरी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार लगातार कृषि क्षेत्र के विकास के लिए कार्यरत है. सरकार किसानों को प्रोत्साहन और सहायता प्रदान करने के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिससे कृषि उत्पादन में लगातार वृद्धि हो रही है.

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना, सॉयल हेल्थ कार्ड जैसी योजनाओं के माध्यम से किसानों को न केवल वित्तीय सहायता मिल रही है, बल्कि आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है. इससे किसानों की आय में वृद्धि हो रही है और देश खाद्य सुरक्षा की दिशा में आत्मनिर्भर बन रहा है. सरकार की नीतियों का परिणाम है कि भारत में कृषि उत्पादन लगातार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रहा है.
रिकॉर्ड स्तर पर कृषि उत्पादन
राज्यों से प्राप्त फसलों के क्षेत्रफल का सत्यापन रिमोट सेंसिंग, साप्ताहिक फसल मौसम निगरानी समूह और अन्य एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर किया गया है. कृषि मंत्रालय ने खरीफ एवं रबी मौसम की फसल स्थिति पर विचार करने के लिए उद्योग और अन्य सरकारी विभागों के प्रतिनिधियों से परामर्श भी लिया है. इन अनुमानों को अंतिम रूप देने में किसानों, विशेषज्ञों और हितधारकों की राय को भी ध्यान में रखा गया है.
कृषि मंत्रालय के अनुसार, खरीफ और रबी मौसम के लिए विभिन्न फसलों के उत्पादन के अनुमान इस प्रकार हैं:
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खरीफ खाद्यान्न उत्पादन: 1663.91 लाख मीट्रिक टन
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रबी खाद्यान्न उत्पादन: 1645.27 लाख मीट्रिक टन (ज़ायद मौसम शामिल नहीं)
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चावल: खरीफ - 1206.79 लाख मीट्रिक टन (रिकॉर्ड), रबी - 157.58 लाख मीट्रिक टन
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गेहूं: 1154.30 लाख मीट्रिक टन (रिकॉर्ड)
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मक्का: खरीफ - 248.11 लाख मीट्रिक टन (रिकॉर्ड), रबी - 124.38 लाख मीट्रिक टन
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श्री अन्न: खरीफ - 137.52 लाख मीट्रिक टन, रबी - 30.81 लाख मीट्रिक टन
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तूर: 35.11 लाख मीट्रिक टन
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चना: 115.35 लाख मीट्रिक टन
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मसूर: 18.17 लाख मीट्रिक टन
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तिलहन: खरीफ - 276.38 लाख मीट्रिक टन, रबी - 140.31 लाख मीट्रिक टन
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मूंगफली: खरीफ - 104.26 लाख मीट्रिक टन (रिकॉर्ड), रबी - 8.87 लाख मीट्रिक टन
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सोयाबीन: 151.32 लाख मीट्रिक टन (रिकॉर्ड)
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रेपसीड एवं सरसों: 128.73 लाख मीट्रिक टन
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गन्ना: 4350.79 लाख मीट्रिक टन
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कपास: 294.25 लाख गांठें (प्रत्येक गांठ 170 किलोग्राम)
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जूट: 83.08 लाख गांठें (प्रत्येक गांठ 180 किलोग्राम)
पिछले वर्ष की तुलना में उत्पादन में वृद्धि
खरीफ चावल का उत्पादन 1206.79 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो 2023-24 के 1132.59 लाख मीट्रिक टन की तुलना में 74.20 लाख मीट्रिक टन अधिक है. इसी प्रकार, गेहूं का उत्पादन 1154.30 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के 1132.92 लाख मीट्रिक टन की तुलना में 21.38 लाख मीट्रिक टन अधिक है.
मूंगफली, सोयाबीन, तिलहन और अन्य फसलों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. खरीफ मूंगफली का उत्पादन 104.26 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के 86.60 लाख मीट्रिक टन से 17.66 लाख मीट्रिक टन अधिक है. वहीं, सोयाबीन का उत्पादन 151.32 लाख मीट्रिक टन रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 20.70 लाख मीट्रिक टन अधिक है.
फसल कटाई प्रयोग (CCE) आधारित अनुमान
खरीफ फसलों के उत्पादन का अनुमान फसल कटाई प्रयोगों (CCE) पर आधारित है. वहीं, कुछ फसलों जैसे तूर, गन्ना, अरंडी आदि के लिए सीसीई जारी है. रबी फसलों का उत्पादन औसत उपज के आधार पर तय किया गया है, जो आगे के अनुमानों में संशोधित किया जा सकता है. ज़ायद फसलों का उत्पादन तीसरे अग्रिम अनुमान में शामिल किया जाएगा.
कृषि मंत्रालय के अनुसार, ये अनुमान राज्यों से प्राप्त जानकारी के आधार पर तैयार किए गए हैं और इनमें केवल खरीफ और रबी मौसम शामिल हैं. ज़ायद मौसम के फसलों का आंकड़ा आगामी तीसरे अग्रिम अनुमान में जोड़ा जाएगा.
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