MFOI 2023 ऑवार्ड शो के आज चौथे सेशन का मुख्य उद्देश्य कृषि से सम्बंधित तथ्यों की जांच सुनिच्श्रित करने में मीडिया एवं फार्मर द जर्नलिस्ट की क्या अहम भूमिका है. इस संबध में महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा प्रायोजित द मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवॉर्ड 2023 के मंच पर सभी स्पीकर्स ने अपने-अपने विचारों को व्यक्त किया. बता दें कि आज के चौथे सेशन के मंच पर कृतिका कामथन, डेटालीड्स का प्रतिनिधित्व, डॉ. एसके मल्होत्रा, डीकेएमए के परियोजना निदेशक और पूर्व आयुक्त और इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष संजय वत्स मौजूद रहे.
ऐसे में आइए जानते हैं कि इन सभी स्पीकर्स ने Agri-Fact-Checking के बारे में किसानों को क्या कुछ बताया-
गलत सूचना किसानों को पहुंचा सकती है हानि
डेटालीड्स का प्रतिनिधित्व, कृतिका कामथन ने MFOI ऑवार्ड शो के दौरान कहा कि देश के किसान हैं देश की धड़कन, जिनके बिना राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था नहीं चलती है. साथ ही उन्होंने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद में कृषि के महत्वपूर्ण योगदान में 17 से 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र 50 प्रतिशत तक की आबादी को रोजगार देता है. इसी क्रम में भारत सरकार ने भी कृषि क्षेत्र में कई तरह बेहतरीन स्कीम और अन्य जरूरी कार्यों को किया है. आगे उन्होंने सतत विकास और बढ़ी हुई आय के लिए प्रौद्योगिकी, सरकारी नीतियों और पर्यावरणीय कारकों पर किसानों की जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया.
वहीं, डीकेएमए के परियोजना निदेशक और पूर्व आयुक्त डॉ. एसके मल्होत्रा ने कृषि में तथ्य-जांच और गलत सूचना के दायरे की पड़ताल की. उन्होंने बताया कि देश के किसान व आम जनता के लिए गलत सूचना हानिकारक हो सकती है. इसी के चलते उन्होंने दर्शकों से फर्जी खबरों के प्रसार से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सूचना के स्रोत की जांच करने का आग्रह किया.
इंसेक्टिसाइड्स इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष संजय वत्स ने भी मंच पर गलत सूचना को लेकर लोगों को जागरूक किया. उन्होंने मृदा स्वास्थ्य के महत्व पर जोर देते हुए जैविक समाधानों के बारे में किसानों को जानकारी दी. उन्होंने किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान को लेकर अपनी विचारों को व्यक्त किया.
इसके अलावा आज के चौथे सेशन के स्पीकर्स ने किसानों से भी बात की और उनकी परेशानियों को सुनाकर उनका समाधान भी उन्हें बताया कि उन्हें किस तरह से गलत सूचना से बचना चाहिए और खेती-किसानी में अधिक लाभ पाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र से जरूर संपर्क करें. इस सेंशन के अंत में भी देश के किसानों को ऑवार्ड से सम्मानित किया गया.
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