भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 91 वें स्थापना दिवस के अवसर पर मंगलवार को 11 संस्थानों को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार योजना और राजश्री टंडन राजभाषा पुरस्कार योजना से पुरस्कृत किया गया. केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान लखनऊ के सहायक निदेशक धीरज शर्मा , भारतीय प्राकृतिक राल एवं गोंद संस्थान रांची के वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी अंजेश कुमार , केन्द्रीय भेड. एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अंविकानगर के सहायक मुख्य तकनीकी अघकिारी जे पी मीणा , राष्ट्रीय प्राकृतिक रेशा अभियंत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान कोलकाता के सहायक निदेशक आर डी शर्मा को पुरस्कार प्रदान किया गया.
पुरस्कार वितरण से पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अपना व्यख्यान प्रस्तुत किया. इस दौरान उन्होने भारत सरकार के द्वारा किसान हित में लिए गए योजनाओं का जिक्र किया. उन्होने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश हैं, यहां पर मुद्दतों से खेती होती आ रही है लेकिन अब किसान फसल चक्र और जलवायु परिवर्तन के वजह से खेती की ओर से अपना मुंह मोड़ रहे है. इसके मद्देनज़र भारत सरकार किसान हित में कई बड़ी योजनाएं लाई है. ताकी किसान खेती की ओर से विमुख नहीं हो. सरकार साल 2022 तक किसानों की आय डबल करने के लिए प्रतिबद्ध है. बता दे कि इस 91 वें स्थापना दिवस के अवसर पर देशभर के सभी हिस्सों से किसान आएं थे.
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