पुणे में किसान मेला - 2018 का आयोजन किया गया है. यह किसान मेला कृषि प्रदर्शनी का 28वां संस्करण है. भारत की सबसे बड़ी चार दिवसीय किसान प्रदर्शनी 12 दिसम्बर से 16 दिसम्बर 2018 तक चलेगी. यह किसान मेला कृषि में आधुनिक सोच और तकनीक को देखने के लिए विशाल मंच है. आज इस मेले का दूसरा दिन है और इस किसान मेले में देश-विदेश से किसान और कृषि व्यापारी बड़ी संख्या में भाग ले रहे है.
इस किसान मेले में कृषि और खाद्य जगत से जुड़ी लगभग हर कंपनी ने हिस्सा लिया जैसे एग्री इंजीनयरिंग यूनिट, एग्री यूनिवर्सिटी और रिसर्च इंस्टिटूय्ट, एग्रो इंडस्ट्री कॉरपोरेशन, केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियां, बड़ी भारतीय कंपनियों के सीईओ और वरिष्ठ अधिकारी, वितरक और निर्माताओं, डेयरी और खाघ सामग्री के आपूर्तिकर्ताओं के अलावा किसानों ने हिस्सा लिया है. इस किसान मेले में देश की 550+ देश-विदेश की कंपनियो ने भाग लिया. मेले में 2,00,000 से अधिक किसानों या किसान मित्रो के आने की संभावना है.
इस किसान मेले में कृषि जगत की हर हलचल को दिखाने वाली देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी कृषि जागरण ने भी हॉल नंबर-4 में स्टॉल नंबर-449 के माध्यम से मेले में हिस्सा लिया है और किसानों को पत्रिका के माध्यम से कृषि क्षेत्र की अनेक प्रकार की गतिविधियों से रुबरु करवा रही है.
किसान कृषि प्रदर्शनी की शुरुआत खेती में नयी तकनीक को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सन 1993 में की गई थी। इस मेले का मुख्य उद्देश्य है कि देश में हर एक किसान तक खेती में होने वाले नए शोध जल्द से जल्द पहुंचे और कृषि एक संपन्न उद्योग के रूप में जाना जाए। इस किसान कृषि प्रदर्शनी के माध्यम से भारतीय किसान बहुत उत्साहित हुये हैं. किसान नई सोच और तकनीक का स्वागत करते हैं और उपयोगी विकल्प खोजे जाने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं।
प्रभाकर मिश्र, कृषि जागरण
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