1. Home
  2. ख़बरें

देसी गायों की ख़रीद पर मिल रही है 25000 की सब्सिडी, पढ़ें पूरी ख़बर

भारत में डेयरी व्यवसाय इन दिनों काफी बड़ा व्यवसाय बना हुआ है. डेयरी की बढ़ती तादाद की वजह से इन दिनों पशुओं की मांग भी बढ़ती जा रही है. डेयरी व्यवसाय मुख्यत: युवाओं के बीच खूब लोकप्रिय हो रहा है. ग्रामीण क्षेत्र में कई युवा डेयरी व्यवसाय से जुड़ रहे हैं और सरकार के द्वारा भी उन्हें प्रोत्साहन दिया जा रहा है. वहीं कई राज्यों में डेयरी व्यापार को सरल बनाने के लिए गायों की ख़रीद पर अनुदान भी दीया जा रहा है.

भारत में डेयरी व्यवसाय इन दिनों काफी बड़ा व्यवसाय बना हुआ है. डेयरी की बढ़ती तादाद की वजह से इन दिनों पशुओं की मांग भी बढ़ती जा रही है. डेयरी व्यवसाय मुख्यत: युवाओं के बीच खूब लोकप्रिय हो रहा है. ग्रामीण क्षेत्र में कई युवा डेयरी व्यवसाय से जुड़ रहे हैं और सरकार के द्वारा भी उन्हें प्रोत्साहन दिया जा रहा है. वहीं कई राज्यों में डेयरी व्यापार को सरल बनाने के लिए गायों की ख़रीद पर अनुदान भी दीया जा रहा है.

जी हां ! किसानों के लिए लाभकारी मानी जानी वाली यह खबर है हिमाचल प्रदेश की, जहां किसानों को देसी गायों के खरीद पर सब्सिडी दी जाएगी. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा है कि हिमाचल में जो किसान देसी गाय खरीदेगा उसे सब्सिडी दी जाएगी. एक गाय खरीदने पर 25 हजार रुपये के रुप में यह सब्सिडी दी जाएगी. यह सब्सिडी जीरो बजट की खेती के लिए बनाये गये नए विभाग के द्वारा दी जाएगी. ये दुधारू गाय होंगी जो किसान को दूध देकर समृद्ध भी करेगी और साथ ही ये किसानों को खेती के लिए गोमूत्र और गोबर भी देंगी, जिससे जीरो बजट खेती होगी.

कहां से मिलेगी गायें:

राज्यपाल मीडिया को एक कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि ये देसी गायें राजस्थान में मिलेंगी वहां आज भी बहुत ऐसी गायें हैं जिनके साथ छेड-छाड़ नहीं की गई हैं और वो 10 से 12 लीटर दूध देती हैं. उन्होंने कहा वो खुद एक साहिवाल नस्ल की गाय शिमला लेकर आए हैं जो ठंड और बर्फ दोनों में खड़ी रहती है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पहाड़ी इलाकों में पाए जाने वाली गायों में दूध कम है और इसमें खर्च ज्यादा और मुनाफा कम होता है. उन्होंने अंत में कहा कि राज्य में टॉप नस्लों का सीमन मंगवाया जाएगा जिससे अगली प्रजातियों को बेहतर बनाने का काम किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि हमारी देसी गाय साहिवाल, गिर, हरियाणवी, रेड सिंधी आदि हैं. ये भारतीय नस्लें हैं.

जिम्मी, कृषि जागरण

English Summary: 25,000 subsidy on the purchase of indigenous cows, read whole news Published on: 04 December 2018, 06:30 PM IST

Like this article?

Hey! I am . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News