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25000 किसान निकले 180 किलोमीटर लम्बे मार्च पर, मांग सिर्फ ऋणमाफ़ी...

किसानों ने पूर्ण ऋमाफी और बिजली बिल माफी के अलावा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की भी मांग की है. एआईकेएस सचिव राजू देसले ने किसानों को संबोधित करने के दौरान कहा, “हम लोग राज्य सरकार से चाहते हैं कि वह सुपर हाइवे और बुलेट ट्रेन जैसी विकास परियोजनाओं के नाम पर कृषि योग्य भूमि का जबरन अधिग्रहण बंद करें.”

नासिक:  उत्तरी महाराष्ट्र के नासिक से करीब 25,000 किसान पूर्ण ऋणमाफी और अन्य समस्याएं हल करने की मांग के साथ मुंबई तक एक लंबे मार्च पर निकले हैं. ठाणे और पालघर के किसान भी मुंबई जा रहे हैं और ऐसी उम्मीद है कि वह भी बाद में इस मार्च में शामिल होंगे. ऑल इंडिया किसान सभा( एआईकेएस) किसानों के इस मार्च की अगुवाई कर रहा है.

मध्य नासिक के सीबीएस चौक पर किसानों की एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए किसानों के नेता ने घोषणा की कि वह अपने मुद्दों के हल की मांग के लिए मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा का घेराव करेंगे. नासिक से मुंबई की दूरी 180 किलोमीटर है.

किसानों ने पूर्ण ऋमाफी और बिजली बिल माफी के अलावा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की भी मांग की है. एआईकेएस सचिव राजू देसले ने किसानों को संबोधित करने के दौरान कहा, “हम लोग राज्य सरकार से चाहते हैं कि वह सुपर हाइवे और बुलेट ट्रेन जैसी विकास परियोजनाओं के नाम पर कृषि योग्य भूमि का जबरन अधिग्रहण बंद करें.”

देसले ने कहा कि 25,000 किसान मुंबई तक मार्च करने के लिए मंगलवार से निकल चुके हैं. देसले ने दावा किया कि बीजेपी सरकार द्वारा 34,000 करोड़ रुपये की सशर्त कृषि ऋणमाफी की घोषणा के बाद से अब तक 1,753 किसान आत्महत्या कर चुके हैं. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर‘ किसान- विरोधी’ नीति अपनाने का आरोप लगाया.

एआईकेएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक धावले, स्थानीय विधायक जे पी गवित और अन्य नेता इस मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं. किसानों की यह यात्रा 12 मार्च को समाप्त होगी.

English Summary: 25,000 farmers turned out 180 kilometers long, demand is just debt ... Published on: 07 March 2018, 03:21 AM IST

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