1. Home
  2. ख़बरें

तिलहन किसानों के लिए 10,000 करोड़ की नई योजना, एमएसपी के अंतर को करेगी पूरा

तिलहन की खेती करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है. तिलहन किसानों के लिए सरकार एक विशेष योजना लाने जा रही है. यह योजना किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य में मदद करने के उद्द्श्य से लाया जा रहा है. योजना के तहत अगर किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम पर फसल बेचने की नौबत आर्ई तो सरकार कीमत में अंतर का भुगतान करेगी. किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ देने के लिए इस योजना की राशी 10,000 करोड़ रुपए रखी गयी हैं.

तिलहन की खेती करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है. तिलहन किसानों के लिए सरकार एक विशेष योजना लाने जा रही है. यह योजना किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य में मदद करने के उद्द्श्य से लाया जा रहा है. योजना के तहत अगर किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम पर फसल बेचने की नौबत आर्ई तो सरकार कीमत में अंतर का भुगतान करेगी. किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ देने के लिए इस योजना की राशी 10,000 करोड़ रुपए रखी गयी हैं.

यह योजना मध्य प्रदेश में चल रही भावांतर भुग्तान योजना की तरह होगी. वहीं तिलहन के उत्पादन की अगर बात करें तो देश में इसका उत्पादन प्रणुख तौर पर मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में होता है. तेल मिलों के संगठन एसईए के अनुसार पिछले वर्ष सोयोबीन, मूंगफली और रेपसीड के दाम 5 साल के नीचले स्तर पर पहुंच गए थे. सत्रों की अनुसार कृषि मंत्रालय ने कैबिनेट नोट तैयार लिया है और जल्द ही इसे कैबिनेट के विचार के लिए भेजा जाएगा. पिछले बजट के दौरान सरकार ने कहा था कि किसानों के लिए एमएसपी सुनिश्चित किया जाएगा. इस विषय पर राय देने के लिए एक समिति का गठन भी किया गया था.

आंकड़ों की बात करें तो 58% खाद्य तेल आयात हुआ था वर्ष 2016-17 में घरेलू खपत का, वहीं 61 % तेल आयात किया गया 2017-18 में घरेलू खपत का.

 

कृषि जागरण डेस्क

English Summary: 10,000 crore new plan for the oilseed farmers, will complete the difference of MSP Published on: 11 September 2018, 06:10 AM IST

Like this article?

Hey! I am . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News