
Fuel Saving Tips For Farmers: आज के समय में खेती में ट्रैक्टर सबसे जरूरी उपकरण बन गया है. ट्रैक्टर की मदद से खेत की जुताई, बुवाई से लेकर फसल की कटाई जैसे कई बड़े काम मिनटों में पूरे किए जा सकते हैं. लेकिन डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. डीजल का खर्च खेती की लागत में बड़ा हिस्सा लेता है, जिससे किसानों की आमदनी पर सीधा असर पड़ता है. ऐसे में अगर किसान कुछ जरूरी सावधानियां और ट्रैक्टर चलाने के सही तरीके अपनाएं, तो डीजल की खपत में कमी लाई जा सकती है. इससे न केवल डीजल की बचत होगी, बल्कि ट्रैक्टर की उम्र भी बढ़ेगी.
आइए कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानते हैं ट्रैक्टर में डीजल बचाने के 5 आसान और कारगर उपाय!
हर दो महीने पर करें ट्रैक्टर के इंजेक्टर की जांच
अगर आपके ट्रैक्टर के इंजन से काला धुआं निकलता है, तो यह संकेत है कि डीजल की खपत अधिक हो रही है. यह समस्या इंजेक्टर या इंजेक्शन पंप में खराबी के कारण होती है. इसलिए हर दो महीने में इंजेक्टर की जांच जरूर कराएं. अगर जांच के बाद भी काला धुआं आ रहा है, तो इसका मतलब है कि ट्रैक्टर पर जरूरत से ज्यादा बोझ डाला जा रहा है. ऐसे में ट्रैक्टर से उतना ही काम लें, जितना उसकी क्षमता है. इससे डीजल की खपत कम होगी और ट्रैक्टर बेहतर प्रदर्शन करेगा.
खेत में लंबाई की दिशा में चलाएं ट्रैक्टर
कई किसान खेत की चौड़ाई में ट्रैक्टर चलाते हैं, जिससे बार-बार मोड़ना पड़ता है. इससे न केवल समय बर्बाद होता है, बल्कि डीजल भी अधिक खर्च होता है. बेहतर होगा कि ट्रैक्टर को खेत की लंबाई में चलाएं. इससे किनारों पर ट्रैक्टर घुमाने में कम समय लगेगा और डीजल की बचत होगी. कोशिश करें कि ट्रैक्टर को सिर्फ उतने ही चक्करों में चलाएं, जितनी आवश्यकता हो. बार-बार खेत में बेवजह ट्रैक्टर दौड़ाने से डीजल का खर्च बढ़ जाता है और खेत की मिट्टी भी खराब होती है.
इंजन में हवा का आवागमन सही रखें
अगर ट्रैक्टर चालू करते समय इंजन से तेज आवाज या शोर आ रहा है, तो यह संकेत है कि इंजन में पर्याप्त हवा नहीं पहुंच रही है. हवा की कमी से इंजन सही तरीके से काम नहीं करता और डीजल ज्यादा खर्च होता है. ऐसी स्थिति में एयर फिल्टर की सफाई या जरूरत हो तो बदलाव जरूर कराएं. ट्रैक्टर कंपनियां दिशा-निर्देश पुस्तिका भी देती हैं, जिसमें सही मेंटेनेंस की पूरी जानकारी मिलती है. किसान समय-समय पर इस पुस्तिका को देखकर ट्रैक्टर की सही देखभाल कर सकते हैं.
समय-समय पर बदलें इंजन का मोबिल ऑयल
अगर इंजन का मोबिल ऑयल पुराना हो जाता है, तो उसकी कार्यक्षमता घट जाती है. इससे ट्रैक्टर में डीजल की खपत बढ़ जाती है. इसलिए निश्चित समय पर इंजन का मोबिल ऑयल और फिल्टर दोनों को बदलना जरूरी है. साथ ही पंप सेट या पानी बाहर निकालने वाले नल को भी जरूरत के अनुसार ही ऊंचा उठाएं. अगर नल को बहुत अधिक ऊंचाई पर रखा गया तो पंप सेट को अधिक मेहनत करनी पड़ेगी और डीजल की खपत बढ़ेगी.
ट्रैक्टर के टायर और इंजन पर रखें ध्यान
कई बार टायर में हवा कम होने पर ट्रैक्टर को अधिक ताकत लगानी पड़ती है, जिससे डीजल ज्यादा खर्च होता है. इसलिए ट्रैक्टर के टायर में सही प्रेशर बनाए रखें. साथ ही इंजन की समय-समय पर सर्विसिंग कराते रहें. इंजन अगर सही तरीके से चलेगा तो डीजल की खपत भी कम होगी और ट्रैक्टर की उम्र भी बढ़ेगी.
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