
Straw Reaper Machine: कृषि क्षेत्र में लगातार तकनीकी नवाचार हो रहे हैं और इन नवाचारों के परिणामस्वरूप किसानों को अधिक उत्पादकता, समय की बचत और बेहतर परिणाम मिल रहे हैं. इन नवाचारों में से एक है स्ट्रॉ रीपर मशीन, जो किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है. यह मशीन विशेष रूप से पुआल (स्ट्रॉ) काटने के काम में आती है और खेती के काम को तेज और अधिक कुशल बनाती है. गेहूं की फसल कटाई का समय आ चुका है और किसान अपनी मेहनत का फल प्राप्त करने के लिए तैयार हैं. लेकिन स्ट्रॉ रीपर मशीन के साथ किसानों के लिए यह काम पहले की तुलना में बहुत आसान हो गया है. यह मशीन गेहूं के डंठल को भूसा में बदलने का काम करती है.
आइए कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, स्ट्रॉ रीपर मशीन की खासियत और उपयोग.
क्या है स्ट्रॉ रीपर मशीन?
स्ट्रॉ रीपर मशीन एक ऐसी कृषि यंत्र है, जो गेहूं की फसल की कटाई के साथ-साथ भूसा भी बनाती है. पहले गेहूं की कटाई के लिए किसानों को अधिक श्रम और समय की आवश्यकता होती थी. इसके अलावा, खेतों में गेहूं के कुछ हिस्से छूट जाते थे, जो बाद में जलने पर राख में बदल जाते थे. लेकिन स्ट्रॉ रीपर मशीन के आने से यह समस्या समाप्त हो गई है. अब यह मशीन गेहूं के डंठल को काटकर भूसा बना देती है और बचे हुए गेहूं को भी निकालने में मदद करती है.
कैसे करें स्ट्रॉ रीपर का उपयोग?
स्ट्रॉ रीपर मशीन का उपयोग बहुत ही आसान है. यह ट्रैक्टर से जुड़ी एक ऐसी मशीन है, जो गेहूं के डंठल को काटकर उन्हें भूसा में बदल देती है. पहले किसानों को गेहूं काटने के बाद भूसा बनाने में अलग से मेहनत करनी पड़ती थी, लेकिन इस मशीन की मदद से अब एक ही प्रक्रिया में ये दोनों काम हो जाते हैं. यह मशीन अधिक श्रम की आवश्यकता को कम करती है और समय की बचत भी करती है.
स्ट्रॉ रीपर की प्रमुख विशेषताएं
स्ट्रॉ रीपर मशीन में कई आधुनिक फीचर्स हैं, जो इसे बेहद प्रभावी और भरोसेमंद बनाते हैं. उदाहरण के लिए, इसमें लगाए गए बैरिंग और पट्टे काफी मजबूत होते हैं, जो मशीन की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं. यह मशीन ट्रैक्टर से जुड़ी होती है और यदि ट्रैक्टर 50 हॉर्स पावर के ऊपर है, तो यह मशीन आसानी से चल सकती है. इसके अलावा, यह मशीन एक दिन में 20 से 25 ट्राली भूसा बनाने की क्षमता रखती है, जिससे किसानों का समय और प्रयास बचता है.
उत्पादन क्षमता और ईंधन खपत
स्ट्रॉ रीपर मशीन की उत्पादन क्षमता बहुत अधिक है. यह मशीन एक दिन में 20 से 25 ट्राली भूसा तैयार कर सकती है. वहीं, डीजल की खपत की बात करें, तो एक ट्राली भूसा बनाने में लगभग 4 से 5 लीटर डीजल की आवश्यकता होती है. इससे यह मशीन न केवल समय बचाती है, बल्कि ईंधन की खपत भी काफी कम होती है, जो किसानों के लिए किफायती साबित होती है.
स्ट्रॉ रीपर मशीन की कीमत
स्ट्रॉ रीपर की कीमत भारत में लगभग 2.95 लाख से 3.50 लाख रुपए के बीच होती है, जो किसानों के लिए एक किफायती विकल्प प्रदान करती है. यह मशीन उच्च उत्पादन क्षमता और दक्षता के साथ आती है, जिससे कृषि कार्यों में समय और श्रम की बचत होती है. इसके अलावा, विभिन्न ब्रांड्स और मॉडल्स उपलब्ध होने के कारण, किसान अपनी आवश्यकताओं के अनुसार सही विकल्प चुन सकते हैं.
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