अन्य क्षेत्रों की तरह कृषि क्षेत्र में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार तरह-तरह के योजनाएं चला रही है. झारखण्ड भूमि संरक्षण विभाग की तरफ से राज्य में सखी मंडल से जुड़ी महिलाओं को 90 फीसदी सब्सिडी पर कृषि यंत्र मुहैया कराए जा रहे हैं. सरकार के इस कदम से एक तरफ जहां कम खर्च पर उन्नत खेती संभव हो पा रही है, वहीं ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ रही है. झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के सहयोग से महिलाएं आज 90 फीसदी सब्सिडी पर फायदेमंद कृषि यंत्र खरीद पा रही है.
गौरतलब है कि इस योजना का फायदा विशेषकर उन महिलाओं को होगा जिनके खेत छोटे हैं. इस बारे में महिलाओं से बात करने पर पता लगा कि आमतौर पर छोटे खेत होने के कारण आमदनी इतनी नहीं हो पाती है कि महंगें कृषि यंत्रों की खरीददारी की जा सके. वहीं दूसरी तरफ हर ट्रैक्टर वाला बड़े खेतों को पहले प्राथमिक्ता देता है. फलस्वरूप छोटे किसानों के खेतों की जुताई देरी से होती है और ऊपज़ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
योजना से मिल रहा है लाभः
झारखंड की ग्रामिण महिलाओं को इस योजना से लाभ मिल रहा है. 90 फीसदी तक सब्सिडी मिल जाने के कारण कृषि यंत्र अब इनके बजट में आ गए हैं. खेतों की जुताई समय पर होने लगी है, जिससे लागत में कमी आ रही है और समय पर बुवाई हो जा रही है.
महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं कृषि यंत्रः
कृषि यंत्रों को महिलाओं के सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है. ये यंत्र जहां एक तरफ आकार छोटे हैं वहीं बहुत हल्के भी हैं. इन यंत्रों को आसानी से उठाया या हैंडल किया जा सकता है. पहाड़ी और पथरीली जमीनों पर भी खेतों की जुताई छोटे यंत्रों से हो सकती है.
क्या है सखी मंडलः
झारखण्ड राज्य की महिलाएं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा चलाए जा रहे आजीविका मिशन से जुडकर सखी मंडल में शामिल हो सकती हैं. इस मंडल से जुडने का सबसे अच्छा फायदा ये है कि ग्रामीण महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभ मिलेगा.
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