Fortified rice: देश के कई राज्यों में चावल की खपत बहुत मात्रा में होती है. भारत में बड़े स्तर पर चावल का उत्पादन पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और पंजाब में होता है. वहीं, बिहार, यूपी में अधिक चावल खाया जाता है. चावल खाने के साथ-साथ पोषक तत्व मिल सकें. इसके लिए फोर्टिफाइड राइस का सेवन किया जा सकता है. आपको बता दे कि फोर्टिफाइड राइस में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए काफी लाभकारी होते है. फोर्टिफाइड राइस में आयरन, विटामिन B-12, फॉलिक एसिड, जिंक जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसके सेवन से कुपोषण और एनीमिया जैसी बीमारियों से राहत मिलती है. वहीं सरकार भी फोर्टिफाइड राइस का सेवन करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है. ऐसे में आइए जानते हैं क्या होता है फोर्टिफाइड चावल, क्यों खाना जरूरी है ‘फोर्टिफाइड राइस’-
फोर्टिफाइड चावल क्या है?
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) के निर्देशानुसार, जब किसी खाने की चीज में अलग से पोषक तत्व शामिल किए जाते हैं, तो इन्हें फोर्टिफाइड फूड कहते हैं. चावल में सूक्ष्म पोषक तत्वों को सही मात्रा में मिलाया जाता है. इन्हें फोर्टिफाइड चावल कहा जाता है. फोर्टिफाइड राइस के दाने, चावल का पाउडर और विटामिन बी12, फॉलिक एसिड और आयरन जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों को सही मात्रा में मिलाकर बनाया जाता है.
कैसे तैयार किए जाते हैं फोर्टिफाइड चावल
साधारण चावल पर पोषक तत्वों की एक परत चढ़ाई जाती है. इसके अलावा इसे पीसकर भी इसमें सूक्ष्म तत्वों को मिलाया जा सकता है. फिर इन्हें मशीन की मदद से चावल का आकार देकर सुखाया जाता है. इस प्रक्रिया से फोर्टिफाइड राइस तैयार हो जाता है. इसके बाद इसे आम चावलों में मिला दिया जाता है. FSSAI के मुताबिक, 1 किलो आम चावल में 10 ग्राम फोर्टिफाइड राइस मिलाया जाता है.
क्यों जरूरी है फोर्टिफाइड राइस
विशेषज्ञों का मानना है कि आमतौर पर चावल की फसल मिलिंग और प्रोसेसिंग प्रक्रिया से गुजरती है तो उस दौरान मौजूद सूक्ष्म पोषक तत्वों की परत हट जाती है. लेकिन ब्लैंडिंग प्रक्रिया से होने वाले फोर्टिफाइड राइस में ये सभी गुण सुरक्षित रहते हैं. फोर्टिफाइड राइस स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है. क्योंकि इसमें पोषण युक्त तत्व पाए जाते है. वहीं एनीमिया, कुपोषण व अन्य गंभीर बीमारियों को ठीक किया जा सके. इसलिए फोर्टिफाइड चावल को खाया जाता है. वहीं सरकार भी फोर्टिफाइड राइस के उपभोग को लेकर प्रोत्साहित कर रही है. राइस फोर्टिफिकेशन योजना के तहत फोर्टिफाइड राइस वितरण को लेकर ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.
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फोर्टिफाइड राइस के लाभ
- फोर्टिफिकेशन की प्रक्रिया से तैयार चावल को खाने से कुपोषण दूर हो जाता है.
- यह चावल खाने के साथ-साथ दवा की तरह भी काम करेगा.
- इस चावल को खाने से एनीमिया की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है.
- इसका सेवन करने से खासकर बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य विकास में खूब मदद मिलती है.
- इस तरह के चावल में आयरन, जिंक, फॉलिक एसिड, विटामिन-ए, विटामिन-बी, जिंक आदि शरीर की न्यूट्रीशनल वैल्यू बढ़ा देते हैं.
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