जेरेनियम एक सुगंधित पौधा है. इस पौधे को गरीबों का गुलाब भी कहा जाता है, क्योंकि जेरेनियम के तेल में गुलाब जैसी खुशबू आती है. जेरेनियम के फूलों से तेल निकाला जाता है जो औषधि के साथ ही और कई काम आता है. इसका उपयोग एरोमाथेरेपी, सौंदर्य प्रसाधन, इत्र और सुगंधित साबुन बनाने में किया जाता है. जिरेनियम तेल का इस्तेमाल से पेट की समस्याओं, अल्जाइमर, मुंहासों, सूजन, तंत्रिका संबंधी बीमारियों आदि जैसी विभिन्न तरह की बीमारियों को ठीक करने में मदद मिलती है.
जेरेनियम तेल के स्वास्थ्य लाभ-
- विषहरण का समर्थन करता है.
- चयापचय को बढ़ाता है.
- रक्त के धक्के को सक्रिय करने में,
- तनाव और थकान से राहत दिलाता है.
- प्रभावी दर्द निवारक
- प्रज्वलन विरोधी गुण
- पैर के दाद का इलाज
- त्वचा को निखारता है.
- सांस की समस्याओं को दूर करता है
- मनोभ्रंश से बचाता है.
पेट के कीड़ों को मारे
ऐसे कई लोग हैं जिनको पेट में कीड़े होने की शिकायत रहती है. इनके कारण लोगों का पाचन बिगड़ जाता है और उन्हें अन्य प्रकार की बीमारियां भी रहती हैं. जेरेनियम का इस्तेमाल करने से इन कीड़ों को खत्म कर सकते हैं.
एक्ने की समस्याओं को दूर रखें
जेरेनियम तेल के इस्तेमाल से स्किन की कई परेशानियों जैसे- मुंहासे और सूजन को कम किया जा सकता है. तेल में जीवाणुरोधी, रोगाणुरोधी और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं, जो मुंहासे, जलन और संक्रमण को कम करता है.
इंफेक्शन से बचाए
जेरेनियम के तेल के इस्तेमाल से आप ग्लोइंग स्किन पा सकते हैं, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स कील-मुहासों और झर्रियों को दूर करने में मददगार हैं.जेरेनियम तेल शरीर में सूजन और चिंता से भी राहत देने में मददगार है. इसमें एंटीसेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी हैं, जो कि घाव या चोटों को ठीक करने में भी उपयोग किया जाता है.
घावों को जल्द भरें
जेरेनियम तेल घावों के माध्यम से रक्त के प्रवाह को रोकने में मदद करता है, क्योंकि यह रक्त वाहिकाओं को सिकुड़ने का कारण बनता है और साथ ही यह रक्त के थक्कों के गठन को तेज करता है, जो घाव को तेजी से भरने में मदद करता है. जेरेनियम तेल शरीर में प्रवेश करने से विषाक्त पदार्थों को भी रोकता है.
स्ट्रेस, एंजाइटी, डिप्रेशन कम करें
जेरेनियम के तेल से तनाव और अवसाद को कम करने में मदद मिलती है. आप इससे घुटने के दर्द, मांसपेशियों के दर्द और पीठ दर्द से राहत पा सकते हैं.
डायबिटीज में फायदेमंद
जेरेनियम तेल का इस्तेमाल काफी लंबे समय से हाइपरग्लेसेमिया के उपचार में किया जा रहा है. यह मधुमेह रोगियों के लिए भी काफी प्रभावी है. शोधकर्ताओं के मुताबिक, डायबिटीज से ग्रसित रोगियों के लिए जेरेनियम का तेल फायदेमंद हो सकता है. इस इस्तेमाल अरोमाथेरेपी में या फिर डिफ्यूजर में डालकर किया जा सकता है.
दाद का दर्द कम करें
जेरेनियम तेल दाद का दर्द कम करने में भी प्रभावी माना गया है. शोध में पाया गया है कि जेरेनियम तेल के इस्तेमाल से नसों में दर्द को कम किया जा सकता है. जो दाद के दर्द को भी कम करता है. साथ ही एलर्जी प्रतिक्रिया को कम करने में भी यह तेल प्रभावी होता है. रिसर्च के मुताबिक, तेल में साइट्रोनेलोल कॉन्टेंट पाया जाता है. जो एलर्जी को कम करता है.
जेरेनियम के साइड इफेक्ट और एलर्जी
यह ध्यान रखना होगा कि केवल गुलाब-सुगंधित जेरेनियम तेल सुरक्षित है, क्योंकि बाजार में कई नकली प्रोडक्टस भी आसानी से मिल जाते हैं. साथ ही यदि आप जेरेनियम का तेल का उपयोग करते है तो उससे पहले एक चिकित्सा पेशेवर से परामर्श करना चाहिए. चूंकि यह हाइपोएलर्जिक है, इसलिए इसे इस्तेमाल किए जाने से पहले एक क्षेत्र पर परीक्षण किया जाना चाहिए. प्रेग्नेंट महिलाएं इस जड़ी-बूटी का सेवन न करें या तभी करें जब डॉक्टर ने इसकी सलाह दी हो, क्योंकि इसका सेवन करना गर्भ में पल रहे शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है. सुरक्षित रहने के लिए अपने डॉक्टर से पूरी जानकरी लें. आपको इस जड़ी बूटी में मौजूद किसी चीज या अन्य किसी दवाई या औषधि से एलर्जी हो, आपको कोई और बीमारी, विकार या मेडिकल स्थिति हो तो जेरेनियम का इस्तेमाल न करें.
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