Spirulina: स्पिरुलिना एक प्रकार का शैवाल है. शैवाल उस पौधे को कहते हैं जो पानी में उगता (What is Spirulina ?) है. यह पैधा झीलों, झरनों और खारे पानी में उगता है. आयुर्वेद में इसका एक महत्वपूर्ण स्थान है. आयुर्वेद की कई दवाइयों में इसका इस्तेमाल किया जाता है. स्पिरुलिना में अच्छी मात्रा में प्रोटीन और विटामिन पाए जाते हैं. स्पिरुलिना आपको विटामिन ए, आयरन, कैल्शियम, कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदान करता है. पोषक तत्वों से भरपूर जाने की वजह से इसे सुपरफूड कहा जाता है. हालिया समय में स्पिरुलिना बहुत प्रचलित हुआ है. क्योंकि, इसमें एक चीकन से भी ज्यादा प्रोटीन होता है.
अपनी फिटनेस का ध्यान रखने वाले लोग शरीर में प्रोटीन के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं. स्पिरुलिना मदद आपको वजन कम करने और मधुमेह को नियंत्रित करने में भी मदद करता है. इसके अलावा यह कई तरह की बीमारियों में भी इस्तेमाल किया जाता है. अगर आप भी स्पिरुलिना का सेवन करते हैं तो आपको ढेर सारे फायदे होंगे. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
स्पिरुलिना के सेवन से होंगे फायदें? (Benefits of Spirulina)
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स्पिरुलिना में विटामिन बी-12 और फोलिक एसिड काफी मात्रा में मौजूद होता है. इसका सेवन करने से मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र स्वस्थ और सामान्य रूप से काम करते हैं. स्पिरुलिना दिमाग को तनावमुक्त रखने में मदद करता है. इसमें पाए जाने वाले विटामिन बी-12 और फोलेट के कारण दिमाग ऊर्जावान और दूसरी समस्याएं कम होती हैं. स्पिरुलिना मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है.
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स्पिरुलिना को प्रोटीन का उच्चतम स्रोत माना जाता है, जिसमें प्रोटीन की समृद्धि होती है. यह शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का संयोग है. जिम या कसरत करने वालों के लिए स्पिरुलिना एक उत्कृष्ट प्रोटीन स्रोत है. इसके सेवन से मांसपेशियों का वजन बढ़ता है. एथलीट या फिटनेस के प्रशंसकों के लिए यह एक स्वस्थ भोजन विकल्प है.
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पिरुलिना में एमिनो एसिड भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. यह प्रोटीन से मिले महत्वपूर्ण एमिनो एसिड को शरीर को प्राप्त कराता है. यह गैस्ट्रिक और ड्यूइडनल अल्सर के इलाज में भी मदद करता है. स्पिरुलिना में क्लोरोफिल उच्च मात्रा में होता है, जिससे पाचन प्रक्रिया अच्छी रहती है. स्पिरुलिना शरीर के मस्ल्स की मरम्मत करने और मजबूत करने में भी बहुत सहायता करता है.
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स्पिरुलिना में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं. कई शोधों में पता चला है कि स्पिरुलिना एलर्जी रायनाइटिस के खिलाफ लड़ाई में मदद करती है. स्पिरुलिना हिस्टामाइन्स रिलीज को रोकने में मदद करती है जिससे आप कई तरह की एलर्जी से बच सकते हैं. हिस्टामाइन्स एक ऐसा पदार्थ है जो एलर्जी के लिए जिम्मेदार होता है.
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स्पिरुलिना को शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट भी माना जाता है, जिससे सूजन की समस्या कम होती है. यह शरीर को वायरल संक्रमण से बचाने में भी मदद करती है. इसके एंटीऑक्सिडेंट गुण शरीर को तनाव मुक्त रखते हैं. इसके अलावा, स्पिरुलिना कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने में भी मदद करती है. स्पिरुलिना के सेवन से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं.
एक चिकन से भी ज्यादा है प्रोटीन
यदि आप 1 चम्मच यानी 7 ग्राम स्पिरुलिना पाउडर का उपयोग करते हैं, तो इससे आपके शरीर को 4 ग्राम प्रोटीन, 11 प्रतिशत विटामिन-बी1, 15 प्रतिशत विटामिन-बी2, 4 प्रतिशत विटामिन-बी3, 21 प्रतिशत कॉपर और 11 प्रतिशत आयरन प्राप्त होता है. इससे आपके शरीर को 20 कैलोरी और 1.7 ग्राम हेल्दी कार्बोहाइड्रेट्स भी मिलते हैं. इसी तरह अगर आप अपनी डाइट में 100 ग्राम तक स्पिरुलिना का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपको 60 ग्राम तक प्रोटीन मिलता है, जो एक चिकन से भी ज्यादा होता है. खासकर जिम जाने के शौकीन और अपनी हेल्थ का ध्यान रखने वाले लोग शरीर में प्रोटीन कमी पूरी करने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. हां, यदि आप इसे अधिक उपयोग करें, तो शरीर को कुछ हानि भी हो सकती है.
ज्याद सेवन पहुंचा सकता है नुकसान
किसी भी चीज का अत्यधिक सेवन सेहत के लिए हानिकारक होता है. ऐसा ही स्पिरुलिना के साथ भी है. जहां इसके कई फायदें हैं तो कुछ नुकसान भी हैं. इसका ज्यादा सेवन करने से आपके शरीर में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं. यानी इसके ज्यादा सेवन से आपको कई साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे दस्त, सूजन, सिरदर्द, पेट खराब होना, त्वचा का लाल होना, पसीना आना, मांसपेशियों में दर्द आदी. ऐसे में अगर आप भी इसका सेवन करने की सोच रहे हैं तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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