केवड़ा के एक नहीं बल्कि कई फायदे है. इसका उपयोग इत्र, साबुन, लोशन,अगरबत्ती, आदि में सुंगध के लिए इसका उपयोग किया जाता है. साथ ही इसकी पत्तियों से चटाई, टोप, टोकनियां और पत्तलें बनाई जाती है. केवड़ा हर रूप में हर काम में काफी ज्यादा उपयोगी साबित होता है. केवड़ा कई तरह की बीमारियों का इलाज करने के भी काम आता है. यह एक खुशबूदार वृक्षों की प्रजाति होती है, यह ज्यादातर घने जंगलों में पाया जाता है. इसके पत्ते पतले, घने, लंबे होते है. इसके पत्ते कांटेदार होते है. उड़ीसा में इसके फूल को फूलों का राजा कहा जाता है. केवड़ा का पौधा 18 फीट तक बढ़ता है. शुरूआत में इसका फूल सफेद रंग का होता है. तो आइए जानते है कि केवड़ा के कौन-कौन से फायदे और नुकसान है-
केवड़ा के आयुर्वेदिक गुण
केवड़ा तेलः केवड़ा का तेल को केवड़ा के फूल से बनाया जाता है.यह केवड़ा के तेल स्वाद से लेकर स्वास्थय कई तरह से गुणकारी होता है.
केवड़ा जलः केवड़ा जल का उपयोग मिठाई, स्वीट सीरप, कोल्ड ड्रिंक्स आदि के लिए सुंगध के रूप में उपयोग किया जाता है.इसकी सुगंध एक मानसिक शांति प्रदान करने का कार्य करती है.
सिरदर्द में फायदेमंदः केवड़ा का तेल के इस्तेमाल से पलभर में ही सिर का दर्द दूर हो जाता है. अगर आप लगातार सिर में केवड़े की तेल की मालिश करेगे तो आपको काफी ज्यादा फायदा मिलेगा.
बुखार में फायदाः बुखार के दौरान थकावट इतनी बढ़ जाती है कि इंसान अपने आप को और भी ज्यादा बीमार महसूस करता है. ऐसे में केवड़े के तेल का उपयोग करके आप अपने बुखार को कम कर सकते है.
जोड़ों के दर्द में राहतः केवड़े के अर्क से शरीर में हर तरह के दर्द से आसानी से आराम मिल जाता है. रोजाना केवड़े के तेल से मालिश करने पर गठिया जैसे रोग भी समाप्त हो जाते है.
पेट के लिए लाभकारीः पेट की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए केवड़ा काफी फायदेमंद होता है. इसके इस्तेमाल से पेट में जलन, गैस आदि की समस्या को दूर रखने के लिए किया जाता है.
केवड़ा स्किन के लिए भी फायदेमंद होता है यह स्किन के खुले हुए छिद्रों को बद कर देता है और चेहरे की चमक को तेजी से बढ़ाता है. इसके प्रयोग से त्वचा लंबे समय तक जबां बनी रहती है.
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