दुनियाभर के लोगों के लिए कैंसर एक जानलेवा बीमारी बनती जा रही है. आज के समय में महिलाओं में ब्रेस्ट यानी स्तन कैंसर की बीमारी का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है. इस बीमारी में स्तन में गांठ बनना, सूजन आना, निप्पल के आकार में बदलाव होने के लक्षणों दिखाई देते हैं. अगर शुरुआत में इसका इलाज करा लिया जाए, तो बेहतर होता है. इसके इलाज के बारे में एक नए शोध अध्ययन में नई जानकारी दी गई है. यह शोध बिहार के पटना स्थित अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज में पीएचडी शोधार्थी विवेक अखौरी द्वारा किया गया है. इसके मुताबिक, रक्त चंदन के बीजों ने स्तन कैंसर के इलाज की उम्मीद जगाई है. यह शोध महावीर कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र में किया गया है.
शोध में बताया गया है कि लाल रक्त चंदन के बीज में स्तन कैंसर विरोधी तत्व होते हैं. खास बात है कि इस शोध में कार्सिनोजेन रासायनिक डीएमबीए को प्रेरित करके चार्ल्स फोस्टर चूहों में स्तन ट्यूमर का मॉडल विकसित किया है. इसके बाद 5 सप्ताह के लिए लाल रक्त चंदन के बीज के साथ चूहों का इलाज किया गया है. इससे ट्यूमर की मात्रा में काफी कमी देखी गई है और यह धीरे-धीरे खत्म हो गया है.
ऐसा दावा किया जा रहा है कि लाल रक्त चंदन के बीज पर यह पहला अध्ययन है. हाल ही में, इस शोध को सेज जर्नल ऑफ ब्रेस्ट कैंसर: बेसिक एंड क्लिनिकल रिसर्च (यूएसए) में प्रकाशित किया गया है. जानकारी के लिए बता दें कि इस बीमारी से महिलाओं की मृत्यु दर 27.7 प्रतिसत है, जबकि 2018 में 23.45 प्रतिशत (87,090) महिलाओं की मृत्यु कैंसर से हुई थी. पटना में भी 25 हजार के कुल कैंसर के मामलों में से लगभग 23.5 प्रतिशत यानी 5,875 स्तन कैंसर के मामले हैं.
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