जहां इन दिनों डायबिटीज़, ब्लड प्रेशर, थायरॉइड और दिल से जुड़ी बिमारियां लोगों में पाई जा रही हैं, वहीं लिवर से भी जुड़ी बिमारियां लोगों में देखने को मिल रही हैं. वैसे आपने अक्सर सुना होगा कि अगर किसी को लिवर (liver) संबंधी कोई दिक्कत है तो डॉक्टर भी उससे सबसे पहले यही पूछता है कि क्या वह पीड़ित व्यक्ति शराब तो नहीं पीता. आपको भी शायद यही लगता हो कि केवल शराब का सेवन करने से ही लिवर या उससे संबंधित बिमारियां होती हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. कई बार ऐसा भी होता कि लोग किसी भी तरह का नशा नहीं करते, इसके बाद भी लिवर से संबंधित बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं. आपको बता दें कि ये सभी बिमारियां आपके फैटी लिवर की वजह से भी हो सकती हैं. तो आज हम आपको इसी संबंध में कुछ ख़ास जानकारी देने वाले हैं. हम आपको बताने जा रहे हैं कि फैटी लिवर क्या होता है, इसके प्रमुख लक्षण और कारण क्या हो सकते हैं.
क्या है फैटी लिवर? (what is fatty liver)
फैटी लिवर शब्द से ही यह समझा जा सकता है कि इसका संबंध फैट यानी वसा से है. फैटी लिवर की स्थिति में आपके लिवर में फैट (fat) जमा हो जाता है. इससे आपके लिवर में तरह-तरह की समस्याएं होने लगती हैं और एक स्थिति में आपका लिवर भी खराब हो सकता है.
फैटी लिवर के प्रमुख लक्षण
अब हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि आपको यह कैसे पता लगेगा कि आपको लिवर या फैटी लिवर की दिक्कत है. आप अपने शरीर में ये बदलाव देख रहे हों, या आपको ये बताई गईं परेशानियां हो रही हैं, तो हो सकता है कि आप fatty liver का शिकार हैं-
पेट की सूजन
अगर आपको पेट में सूजन दिख रही है, तो हो सकता है आपको फैटी लिवर की दिक्कत हो. ऐसा इसलिए क्योंकि पेट में सूजन होना ही इसका प्रमुख लक्षण है. आपको बता दें कि जब आपके पेट की गुहा में द्रव्य जमा हो जाता है, तब यह दिक्कत आती है. ऐसे में लिवर आपके शरीर की गंदगी को बाहर नहीं निकाल पाता है और पेट में पानी भर जाता है. पेट में पानी आने का मतलब है, आपके पेट की सूजन.
शरीर का पीला पड़ना
वैसे तो अगर शरीर में पीलापन दिखाई देता है तो सबसे पहले मन में ख्याल आता है, कि कहीं पीलिया यानी जॉन्डिस (JAUNDICE) तो नहीं, लेकिन ऐसा हमेशा होना जरूरी नहीं है. त्वचा का पीला पड़ना लिवर की बीमारी भी हो सकती है. ऐसे में तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
स्तन का बढ़ना
पुरुषों में अगर स्तन बढ़ने की समस्या आती है तो, हो सकता है कि वे फैटी लिवर के शिकार हों. ऐसे में आप अपने खान-पान पर नियंत्रण करते हुए अपने डॉक्टर से जरूर मिलें.
फैटी लिवर होने के प्रमुख कारण
लिवर में जरूरत से ज्यादा फैट की मात्रा होना आपके शरीर और सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. फैटी लिवर की समस्या कई कारण से हो सकती है. अब हम आपको बताने जा रहे हैं कि किसी व्यक्ति में फैटी लिवर की समस्या कब आती है. ये हैं इसके प्रमुख कारण-
वजन बढ़ना (obesity)
अगर आप में मोटापा है, तो भी आप परेशानी में पड़ सकते हैं और लिवर की समस्या से जूझ सकते हैं. आपको बता दें कि आपके शरीर में अत्यधिक फैट न केवल फैटी लिवर की बीमारी को दावत देता है बल्कि उच्च रक्तचाप (highblood pressure) को भी बढ़ावा देता है.
सही खान-पान की कमी
अगर आप फूडी हैं, आपको तरह-तरह का खाना बहुत पसंद है, तो ज़ाहिर सी बात है कि आप बिना सोचे-समझे खाने पर टूट पड़ते होंगे, लेकिन यह गलत है. अगर आप ज्यादा जंक या फ़ास्ट फ़ूड या ज्यादा तेल-मसाले वाला खाना खाते हैं, तो आप फैटी लिवर की समस्या से ग्रस्त हो सकते हैं. इसके साथ ही अगर आप पूरी तरह से पका हुआ खाना नहीं लेते हैं, तो भी यह आपकी पाचन प्रक्रिया को बिगाड़ सकता है और आपको बीमार कर सकता है.
अनुवांशिक कारण (heredity)
फैटी लिवर एक अनुवांशिक बीमारी भी हो सकती है. उदाहरण के तौर पर अगर आपके घर में किसी को यह फैटी लिवर की बीमारी पहले से ही है, तो भी आप इससे पीड़ित हो सकते हैं. अनुवांशिक कारण के तहत यह अक्सर पाया जाता है कि अगर माता-पिता या उनसे पहले की पीढ़ी (दादा-परदादा) में किसी को यह समस्या है, तो बच्चों में यह फैटी लिवर की बीमारी आ सकती है.
शराब या अल्कोहल
वैसे यह कारण लगभग सभी को पता है. अगर आप शराब (alcohol) का सेवन करते हैं, तो भी एक समय बाद आप फैटी लिवर की समस्या के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं.
एस्पिरिन
कुछ दवाएं ऐसी भी हैं जिनका सेवन अगर आप बराबर करते हैं, तो आपको लिवर संबंधित समस्या हो सकती है. इन्हीं दवाओं में asperin दवा भी शामिल है. आपको बता दें कि दवाओं से भी फैटी लिवर की समस्या आती है, ऐसा शोध में भी सामने आ चुका है. ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि आप कोई भी दवा ले रहे हों, तो उसके लिए अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें.
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