जितना छठ पूजा (Chhat Puja) का महत्व है, उतना ही इस पूजा में चढ़ाए जाने वाले प्रसाद का महत्व है. सूर्य की पूजा के दौरान छठ के सूप में विभिन्न प्रकार के प्रसाद जैसे ठेकुआ, नारियल, केला, दाभा नींबू, गन्ना आदि रखा जाता है, जिससे स्वास्थ्य को कई लाभ होते हैं. तो जानिए, छठ प्रसाद के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं? (What are the health benefits of Chhath Prasad?)
चावल के लड्डू पौष्टिक और स्वादिष्ट होते हैं
छठ पूजा में चावल के आटे के लड्डू बनाए जाते हैं. सूर्य देव की पूजा करते हुए अर्घ्य में चावल के लड्डू चढ़ाए जाते हैं. चावल शरीर को हाइड्रेट रखता है. यह जल्दी पचने वाला भी होता है.
चावल विटामिन, खनिज, कैल्शियम, फाइबर, नियासिन, विटामिन डी, आयरन, राइबोफ्लेविन से भरपूर होता है. चावल के लड्डू और भी सेहतमंद होते हैं. चावल में कार्बोहाइड्रेट होता है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है.
आयरन से भरपूर ठेकुआ सेहतमंद होता है
ठेकुआ के बिना छठ पूजा अधूरी है. बिहार की मशहूर डिश ठेकुआ गुड़ और आटे को मिलाकर तैयार किया जाता है. सर्दी के मौसम में गुड़ खाना सेहत के लिए काफी हेल्दी माना जाता है. गुड़ के सेवन से सर्दी-जुकाम से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है. आयरन से भरपूर गुड़ शरीर में खून की कमी नहीं होने देता है.
नारियल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
नारियल का इस्तेमाल कई पूजा में किया जाता है. नारियल और उसका पानी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. नारियल में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. खूबसूरती के लिए भी इसके फायदे काफी हैं.
छठ पूजा में नारियल चढ़ाना भी शुभ माना जाता है. नारियल खाने से मौसमी फ्लू, सर्दी-जुकाम की समस्या से बचाव होता है. नारियल इम्युनिटी को भी बढ़ाता है.
नींबू या अंगूर भी है फायदेमंद
छठ प्रसाद के सूप में एक बड़ा नींबू होता है, जिसे दाभा नींबू या अंगूर कहते हैं. दाभा नींबू विटामिन सी से भरपूर होता है. इसमें कई पोषक तत्व होते हैं. इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. सर्दी के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाता है.
केला देता है बहुत ऊर्जा
प्रसाद में नींबू के अलावा केला भी चढ़ाया जाता है. केले में राइबोफ्लेविन, नियासिन, फोलिक एसिड, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फाइबर, हेल्दी स्टार्च आदि पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को कई फायदे देते हैं. इसे खाने से कब्ज दूर होती है. इसमें कैल्शियम की मौजूदगी के कारण यह बच्चों के शारीरिक विकास के लिए जरूरी है. केला खाने से शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है.
प्रसाद में गन्ना, सिंघाड़ा, सेब भी होता है
छठ पूजा के सूप में केला और ढाबा नींबू के साथ सेब, सिंघाड़ा, गन्ना भी होता है. अर्घ्य देते समय सूप में गन्ना होना भी आवश्यक है. छठ पूजा में सूर्य भगवान को नई फसल का प्रसाद चढ़ाने की प्रथा है.
इन दिनों गन्ना तैयार होता है, इसलिए इसे सूर्य देव को अर्पित किया जाता है. पीलिया में गन्ने का रस पीने से लाभ होता है. गन्ना कैंसर, हृदय रोग जैसी बीमारियों के होने की संभावना को कम करता है. इसका जूस पीने से वजन कम होता है. पाचन शक्ति मजबूत होती है.
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