देखन में छोटन लागे, ईलाज करें गंभीर, जी हॉ! आपने आंवले के पेड़ को तो देखा ही होगा. कितना बड़ा,कितना विशाल और आंवला के गुणों के भी परिचित तो होंगे ही. वैसे ही आंवला की ही प्रजाति के अंतर्गत आता है भूमि आंवला. जिसे भूई आंवला, भू-धात्री,बहुफला व कई नामों से जाना जाता है. इसका वैज्ञानिक नाम फाइलैन्थस यूरीनेरीया है. ये बहुत ही छोटा पौधा है और ये अधिकतर नमी वाले जगहों पर होता है. इसके फल (आंवला) पत्तियों के पीछे एकदम छोटे दाने के आकार में लगे होते हैं. ये पौधा इतना छोटा है कि इसकी खेती नहीं हो सकती. ये अधिकतर किसी झाड़ के बीच निकल आता है, जिसे इसकी पहचान होती है वो अपने घर के गमलों में लगाते हैं और जिसे नहीं होती वो अपने गमलों व खेतों से उखाड़ फेंकते हैं.
भूमि आंवला के फायदे
भूमि आंवला देखने में बहुत छोटा है लेकिन इसके औषधीय गुण अनेकों बड़ी-बड़ी बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है. लिवर की गंभीर बीमारी में इसकी पत्तियों से लेकर जड़ तक काफी उपयोगी है. इसके साथ ही साथ पेट की अनेकों बीमारियों जैसे- पाचन क्रिया को ठीक करने में भूमि आंवला के पौधे का जूस काफी फायदेमंद होता है. इतना ही नहीं पेट के अंदर ट्यूमर होने पर इसके नियमित सेवन से ट्यूमर पूरी तरह से खत्म हो जाता है.
भूमि आंवला कई बीमारियों के लिए बहुत ही फायदेमंद है
-हाई ब्लड शूगर को नियंत्रित करने के लिए भूमि आंवला का काढ़ा काफी उपयोगी है.
-गंभीर चोट लगने पर इसकी पत्तियों के लेप लगाने से तुरंत आराम मिलता है.
-ब्लीडिंग डिसऑर्डर जैसी समस्या जैसे- नाक से खून का निकलना, कहीं चोट लगने पर खून का निकलना, किसी महिला का अधिक मासिक धर्म के दौरान अत्याधिक ब्लड निकलने की समस्या में इसकी पत्तियों के लेप व काढ़ा पीने से जल्द ही राहत मिलती है.
-सर्दी-जुखाम,खांसी,सांस लेने की समस्या या अस्थमा जैसी बीमारियों में भूमि आंवला को सूखा कर उसके चूर्ण या काढ़ा पीने से जल्दी है आराम मिलता है.
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-हेपेटाइटिस बी व सी में भूमि आंवला का काढ़ा काफी उपयोगी होता है.
-स्तन पर सूजन, दर्द व गांठ होने पर भूमि आंवला के लेप लगाने से जल्द ही आराम मिलता है.
-मुंह में छाले पड़ने पर, मसूड़ों में सूजन, दांत के दर्द में इसकी पत्तियों को चबाने से जल्द ही आराम मिलता है.
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