हमारे देश में ऐसे कई तरह के बेहतरीन चमत्कारिक औषधीय पौधे/Medicinal Plants हैं, जिसकी मदद से कई महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा किया जाता है. जैसा कि आप जानते हैं कि औषधीय पौधा/Aushadhi Paudha का हमारे जीवन में काफी अधिक महत्व होता है. क्योंकि इसकी मदद से इंसान को कई तरह के खतरनाक रोगों से लड़ने में मदद मिलती है. इसी क्रम में आज हम आपके लिए ऐसी ही एक जड़ी-बूटी/Herb की जानकारी लेकर आए हैं, जिसके सेवन से भूत-भविष्य का ज्ञान व्यक्ति को मिलता है.
बता दें कि जिस पौधे की हम बात कर रहे हैं, वह तेलिया कंद का पौधा/Oilseed Plant है. इस पौधे के बल पर सोना बनाने का भी कार्य किया जा सकता है. इसलिए यह पौधा सोने के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ऐसे में आइए इस बेहतरीन पौधे के बारे में विस्तार से जानते हैं...
क्या है तेलिया कंद पौधा/What is Teliya Kand Plant
Teliya Kand Plant/तेलिया कंद पौधे की जड़ों से तेल का रिसाव/ Oil Spills होता रहता है, इसलिए इस पौधे को तेलिया कंद भी कहा जाता है. माना जाता है कि यह पौधा सोने के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह किसी विशेष निर्माण विधि से पारे को सोने में बदल सकता है, लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है यह कोई नहीं जानता है. हालांकि, बताया जाता है कि इस पौधा का मुख्य गुण सांप के जहर/Snake Venom को काटना है. बता दें कि तोलिया कंद का पौधा मध्य भारत के छत्तीसगढ़, रांगाखार, भोपालपय्नम के पहाड़ों में अधिकतर पाया जाता है.
ये भी पढ़ें: कई बीमारियों के लिए रामबाण है ये पौधा, छाल से लेकर पत्ते तक में भरे हैं औषधि गुण
तेलिया कंद पौधे की पहचान/Teliya Kand Plant Identification
-
इस पौधे की पहचान यह है कि इसके कंद को सूई चुभो देने भर से ही तुरंत वह गलकर गिर जाता है.
-
तेलिया कंद शलजम की तरह होता है.
-
यह पौधा दो तरह से दिखाई देता है. एक पीले फूल और दूसरा सफेद रंग के होते हैं, जोकि बेहद खुशबूदार होते हैं.
-
इस पौधे की जड़े से लेकर फूल, बीज और पत्तियों तक औषधियों में इस्तेमाल किया जाता है.
यह पौधा सर्पगंधा/Plant Sarpagandha से मिलते-जुलते पत्ते जैसा होता है. कहा जाता है कि तेलिया कंद का पौधा/Oilseed Plant 12 वर्ष उपरांत ही अपने गुणों को दिखाना शुरू करता है. हर वर्षा काल में यह पौधा जमीन से फूटता है और जैसे-जैसे साल खत्म होता जाता है यह भी समाप्त हो जाता है. इस दौरान इस पौधे की कंद जमीन/Tuber Ground में ही सुरक्षित बनी रहती है. वहीं, इस पौधे के आस-पास की जमीन पूर्णत: तेल में लबरेज होती है.
Share your comments