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Nilgiri Oil Benefits: नीलगिरि की खेती और लाभ जानकर रह जाएंगे हैरान, बहुत कमाल का है ये औषधीय पौधा

ज्यादातर किसान अपने बागानों में औषधिये पौधों को उगाना पसंद कर रहे हैं, क्योंकि इससे उन्हें अच्छा मुनाफा मिल रहा है. ऐसे में जो किसान मेडिसिनल पौधों की खेती करना चाहते हैं, वो नीलगिरि की खेती कर सकते हैं. नीलगिरि के औषधियों गुणों की वजह से भारत के साथ अन्य देशों में डिमांड तेज़ी से बरक़रार रहती है.

रुक्मणी चौरसिया
रुक्मणी चौरसिया
Nilgiri Ka Tel
Nilgiri Ka Tel

भारत को महामारी में बहुत से नुकसानों का सामना करना पड़ रहा है. फिर भी हमारे किसान औषधिये पौधों (Medicinal Plants) और पेड़ों को उगा अच्छा मुनाफा कमाने में सक्षम रहे हैं. 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने के सपने को साकार करने के लिए किसान अपने खेतों में कई तरह के औषधिये पौधों (Profitable Medicinal Plants) को लगा सकते हैं जिसमें से एक है नीलगिरि (Nilgiri).

भारत में नीलगिरि की खेती (Nilgiri Farming in India)

  • नीलगिरी एक बहुत बड़ा पेड़ होता है, जिसकी लम्बाई काफी होती है.

  • और इसकी भारत देश में 600 प्रजातियां पाई जाती हैं.

  • बता दें कि नीलगिरि की खेती (Nilgiri Ki Kheti) के लिए लगभग 30-35 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले क्षेत्र इसकी खेती के लिए उपयुक्त माने जाते हैं.

  • इन पौधों को बीजों और तनों दोनों की मदद से उगाया जाता है.

  • नीलगिरि की लंबाई के कारण आम तौर पर इसे मिट्टी में गहराई तक बोया जाता है.

  • इसकी अच्छी वृद्धि के लिए उचित धूप, हवा और पानी की आवश्यकता होती है.

  • आपकी जानकरी के लिए बता दें कि एक एकड़ में 500 यूकेलिप्टस के पौधे उगाए जा सकते हैं.

  • इसकी मिट्टी तैयार करने में 55 से 70 लाख खर्च करने पड़ते हैं.

  • बाजार में एक पौधे की कीमत 30 हजार रुपये है. इससे 10 साल में 5 करोड़ की कमाई की जा सकती है.

  • Nilgiri Ki Kheti की अच्छी बुवाई का समय जून से अक्टूबर तक का होता है.

नीलगिरि तेल के फायदे (Nilgiri Oil Benefits)

खांसी जुकाम को भगाएं दूर (Drive away cough cold): कई सालों से नीलगिरि के तेल का इस्तेमाल खांसी से राहत पाने के लिए किया जाता रहा है. खांसी की दवाओं में उनके सक्रिय तत्वों में से एक के रूप में नीलगिरी के तेल इस्तेमाल होता है. उदाहरण के लिए, विक्स वेपोरब में लगभग 1.2 प्रतिशत नीलगिरी के तेल के साथ-साथ खांसी को कम करने वाले अन्य तत्व होते हैं.

कीड़ों को दूर रखें (keep insects away): मच्छर और अन्य काटने वाले कीड़े से बीमारियां हो जाती हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती हैं. ऐसे में इससे बचाव के लिए और कीड़ों को दूर रखने के लिए आप नींबू के साथ नीलगिरी के तेल का प्रयोग करें.

गठिया के दर्द को कम करें (Reduce Arthritis Pain): नीलगिरी कुछ दर्दनाशक दवाओं में एक है. ये दर्द निवारक हैं जिन्हें आप सीधे अपनी त्वचा पर लगा सकते हैं. नीलगिरि के तेल का उपयोग आप स्प्रे, क्रीम या साल्व के रूप में कर सकते हैं.

सर्जरी के बाद का है दर्द निवारक (Post-Surgery Pain Reliever): कुछ शोधों के अनुसार जिन लोगों ने घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद नीलगिरि के तेल का उपयोग किया है उन्हें कम दर्द महसूस हुआ है और उनका रक्तचाप भी नियंत्रित रहा है.

दंत समस्याओं को दूर करे (Cure Dental Problems): यदि आप सुबह-सुबह नीलगिरि तेल का इस्तेमाल अपने दातों में करते हैं तो आपके दांत सदैव किटाणों मुक्त रहते है. यह आपके दातों के लिए रामबाण की तरह है.

नीलगिरि का तेल बालों के लिए है फायदेमंद (Nilgiri Oil is Beneficial for Hair): नीलगिरि का तेल बालों को रेशमी बनाने के साथ बालों की जड़ों को भी मजबूत बनाता है. नीलगिरि का तेल लगाने से बालों में जूं नहीं पड़ती है साथ ही डैंड्रफ से परेशान लोगों के लिए भी यह उपयोगी है.

English Summary: know the cultivation and benefits of eucalyptus Published on: 10 February 2022, 04:04 IST

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