देश के कई किसान नियमित रूप से बागवानी करते हैं. कुछ किसान अपना पेट भरने के लिए बागवानी करते हैं, तो कुछ किसान अपने शौक को पूरा करने के लिए बागवानी करते हैं. सच यह है कि प्रकृति मानव जाति की सबसे बड़ी मित्र है. प्रकृति के आस-पास रहना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. तमाम शोध में बताया गया है कि प्रकृति के आस-पास रहना तनाव को दूर करता है. इसके साथ ही गंभीर बीमारियों से भी बचाकर रखता है. कुल मिलाकर प्रकृति के करीब रहना मन और शरीर, दोनों के लिए अच्छा माना गया है.
बागवानी है बेहद फायदेमंद
अगर आप तनावग्रस्त, उदास या निराश हैं, तो आपको बागवानी करना शुरू कर देना चाहिए. यह एक तरह का व्यायाम हैं, जो आपको रोजाना मानसिक शांति और मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करेगा. बता दें कि बागवानी से शारीरिक स्वास्थ्य भी बना रहता है. हैं. इतना ही नहीं, बागवानी की खुदाई, रोपण, खरपतवार खींचना और कटाई जैसी प्रक्रियाएं हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखती हैं. अगर आप भी किसी चीज से परेशान या निराश हैं, तो एक फावड़ा उठाकर मिट्टी खोदना शुरू कर दें. इसके बाद बीज बोएं.
वैज्ञानिकों के मुताबिक...
बागवानी केवल एक शौक नहीं है, बल्कि यह मानसिकता को विकसित करने में मदद करता है. जब आप बीज की बुवाई करते हैं और इस बीज से पौधों को फलते-फूलते देखते हैं, तो देखना बहुत ही शांति देता है. इससे जीवन को एक बड़ा सबक मिलता है, जो दिमाग को नई दिशा देता है.
बागवानी गर्भावस्था में भी फायदेमंद
कहा जाता है कि अगर गर्भावस्था में बागवानी की जाए, तो इससे बच्चा बुद्धिमान पैदा होता है. इस दौरान रचनात्मक होने से दिमाग सक्रिय हो जाता है. यह मां और बच्चा, दोनों के लिए रचनात्मकता बहुत अच्छा होता है. इतना ही नहीं, खेतीबाड़ी की मिट्टी में पाए जाने वाले बैक्टीरिया सीखने की क्षमता को बढ़ाते हैं.
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