मौसमी फलों को चखने का एक अलग ही मजा होता है, फिर चाहे वह आम हो, लीची, तरबूज या फिर खरबूजा. इन फलों का सीजन आते ही बाजार में इनकी मांग काफी बढ़ जाती है, लेकिन एक फल ऐसा भी है, जिसे हर मौसम में खाना पसंद किया जाता है और उसकी मांग बाज़ार में कभी ख़त्म नहीं होती है. इस फल का नाम अमरूद है.
खासतौर पर भारत में अमरूद (Guava) बहुत ही पसंद किया जाता है, लेकिन जब आपका मन अमरूद खाने का मन करता होगा, तो हमेशा इसे खरीदने के लिए बाजार जाना पड़ता होगा. मगर आज हम आपको घर पर गमले में अमरूद का पौधा लगाने का तरीका बताने जा रहे हैं.
अमरूद का पौधा लगने के लिए जरूरी सामग्री (Materials needed for planting guava plant)
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अमरूद का बीज
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खाद
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गमला
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मिट्टी
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पानी
अमरूद का पौधा लगने के लिए सही बीज का चुनाव (Choosing the right seed to plant a guava plant)
अगर किसी भी सब्जी, फूल या फल को गमले में उगाने के लिए बीज का सही चुनाव करना जरूरी है. अगर बीज का चुनाव सही नहीं होता है, तो आपका पौधा कभी उग नहीं पाएगा. इसके लिए आपको इधर-उधर जाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आप इसके लिए बीज भंडार का रुख कर सकते हैं. यहां बीज अच्छे और सस्ती कीमत में मिल जाते हैं. ध्यान रहे कि आप छोटे पौधे वाले बीज का ही चुनाव करें.
अमरूद का पौधा लगाने के लिए मिट्टी तैयार करना (Soil preparation for guava plant)
अमरूद का पौधा उगाने के लिए जिस मिट्टी को गमले में डालना है, उसे कम से कम 1 दिन के लिए धूप में खरोंच कर ज़रूर रखना चाहिए. इस तरह मिट्टी मुलायम हो जाती है, साथ ही अमरूद का पौधा अच्छा उगता है.
इसके अलावा, मिट्टी को धूप में रखने से कीड़े-मकोड़े भी निकल जाते हैं. ध्यान रहे कि आपको मिट्टी में 1 से 2 कप खाद डालनी है और अच्छे से मिलाना है.
अमरूद का बीज लगाने की प्रक्रिया (Guava seed planting process)
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जब मिट्टी तैयार हो जाए, तो उसे गमले में डाल दीजिए.
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अब बीज को लगभग 2 से 3 इंच मिट्टी के अंदर डाल दें, फिर ऊपर से थोड़ी मिट्टी रख दें.
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इसके अलावा, आप अमरुद को 2 से 3 भाग में काटकर बीज के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं.
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मिट्टी डालने के बाद थोड़ी खाद भी डालें.
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इसके बाद 1 से 2 माप पानी भी ज़रूर डाल दें.
अमरूद के पौधे के लिए खाद (Manure for guava plant)
अमरूद के पौधे का अच्छा विकास खाद पर निर्भर होता है, इसलिए खाद का इस्तेमाल सोच समझ कर करना चाहिए. कई बार रासायनिक खाद के इस्तेमाल से बीज मर जाते हैं, इसलिए अच्छा होगा कि आप प्राकृतिक खाद का इस्तेमाल करें. आप प्राकृतिक खाद में गाय, भैंस आदि का गोबर इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा सब्जी के छिलके, चाय पत्ती, अंडे का छिलका या फिर बचे हुए चावल को जैविक खाद के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं.
अमरूद के पौधे उगाने के लिए जरूरी बातें (Things needed to grow Guava Plants)
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बारिश के मौसम में अमरूद के पौधे का खास ख्याल रखें, ताकि गमले में अधिक पानी न भर पाए.
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जब 2 से 3 माह में बीज पौधे के रूप में तैयार हो जाए, तब समय-समय पर नीम, पुदीना आदि कीटनाशक का छिड़काव करते रहें.
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इसके साथ ही समय-समय पर 1 से 2 मग पानी डालते रहें.
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जब आपको लगे पौधा बड़ा हो रहा है, तब गमले में लकड़ी लगा दें. इससे पौधा लकड़ी के सहारे उपर की तरफ चला जाएगा.
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इस तरह 8 से 9 माह के बाद पौधे में अमरूद दिखाई देने लगते हैं.
आप सभी लोग उपयुक्त विधि से घर में बहुत आसानी से अमरूद का पौधा उगा सकते हैं. अगर आप अमरूद के पौधे की देखभाल अच्छी तरह करते हैं, तो 8 से 9 ही माह बाद अमरूद का पेड़ पूरी तरह विकसित हो जाएगा.
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