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गर्मियों में इस फल की खेती से होगी मोटी कमाई, जानें तरीका और उन्नत किस्में

Mosambi Cultivation: मौसंबी या स्वीट लाइम, एक प्रमुख फल है, जिसका उत्पादन अप्रैल से लेकर जून तक किया जाता है. मौसंबी की फसल उपयुक्त जलवायु की में अच्छी तरह से विकसित हो सकती है. भारतीय बाजारों में मौसंबी की काफी अच्छी डिमांड रहती है और जगह जगह इसके जूस भी बिकेत हुए देखने को मिल जाते हैं.

मोहित नागर
मोहित नागर
मौसंबी की खेती का तरीका और इसकी उन्नत किस्में
मौसंबी की खेती का तरीका और इसकी उन्नत किस्में

Seasonal Cultivation: भारत के किसान परंपरागत खेती से हटकर दूसरी खेती की तरफ रुख कर रहे हैं. किसानों के लिए बागवानी काफी लाभदायक कृषि व्यवसाय बनकर सामने आ रहा है. मौसंबी या स्वीट लाइम, एक प्रमुख फल है, जिसका उत्पादन अप्रैल से लेकर जून तक किया जाता है. मौसंबी की फसल उपयुक्त जलवायु की में अच्छी तरह से विकसित हो सकती है. भारतीय बाजारों में मौसंबी की काफी अच्छी डिमांड रहती है और जगह जगह इसके जूस भी बिकेत हुए देखने को मिल जाते हैं. किसान अपनी आय में वृद्धि करने के लिए मौसंबी की खेती (Mosambi Ki Kheti) करनी चाहिए. आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानते हैं मौसंबी की खेती का तरीका और इसकी उन्नत किस्में.

भूमि और मौसम

मौसंबी की खेती (Mosambi Farming) करने के लिए सर्दी और गर्मी दोनों ही मौसम को उपयुक्त माना जाता है. इसके पौधों की रोजाना सिंचाई करते रहना चाहिए. किसानों को गर्मी के मौसम में 5 से 10 दिनों के अंदर और सर्दियों में 10 से 15 दिन भीतर पानी देना चाहिए. इसके अलावा बारिश के समय आपको ध्यान देना होता है कि खेत में पानी ना भर पाए, इससे फसल खराब भी हो सकती है.

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उन्नत किस्में

भारत में मौसंबी की कई किस्में, जिनकी खेती की जा सकती है. लेकिन अच्छी कमाई के लिए इसकी  उन्नतशील और संकर किस्मों का उपयोग किसान अपने खेतों में कर सकते हैं. मौसंबी की उन्नत किस्मों वाशींगटन नॅव्हेल, न्यूसेलर, काटोलगोल्ड, जाफा, सतगुडी और कॅलेन्शीया आदि शामिल है.

मौसंबी की खेती

मौसंबी की खेती करने के लिए आपको खेत अच्छे से तैयार करने होते है, और पौधे के लिए जगह तैयार करनी होती है. इसके लिए आपको मिट्टी की गहरी जुताई करनी चाहिए, जिससे पुरानी फसल के अवशेष नष्ट हो जाएं. इसके बाद आपको खेतों में गोबर की खाद डालनी है और रोटावेटर से जुताई कर लेनी है. अब आपको खेत में पौधे लगाने के लिए गड्ढे तैयार करने होते हैं जिनकी दूरी लगभग 7 से 8 फीट होनी चाहिए और 60 सेंटीमीटर चौड़े और 70 सेंटीमीटर गहरे गड्डे होने चाहिए. अब इन गड्डो में आपको पौधे लगाने हैं और हाथों-हाथ रोपाई के साथ पहली सिंचाई भी करनी है. अब आपको समय-समय पर मौसंबी के खेत की सिंचाई करते रहना है, जिसके बाद कुछ ही सालों में इसके पौधे से फल उगने शुरू हो जाएंगे.

1 पेड़ से 30 किलो उपज

मौसंबी की फसल लगाने के 3 साल बाद फल उगना शुरू हो जाता है, लेकिन बेचने लायक ज्यादा और अच्छी तादाद में फल आने में लगभग 5 सालों का समय लगता है. मौसंबी का एक पेड़ लगभग 20 से 30 किलोग्राम तक मौसंबी की पैदावार दे सकता है. वहीं 1 से 2 साल बाद इसके पेड़ से पैदावार और बढ़ने लग जाती है. किसान यदि इसके 50 पेड़ लगाते हैं, तो इससे लगभग 25 क्विंटल तक की उपज आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. भारतीय बाजारों में 1 किलो मौसंबी की कीमत करीब 40 से लेकर 70 रुपये तक हो सकती है.

English Summary: mosambi cultivation tips profit kaise hogi mosambi ki kheti Published on: 18 April 2024, 12:37 IST

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