अगर टमाटर की खेती करके अच्छी उपज प्राप्त करना चाहते हैं तो इंडो-अमेरिकन हाइब्रिड सीड्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित INDAM 1320 की खेती कर सकते हैं. इंडो-अमेरिकन हाइब्रिड सीड्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना 4 नवंबर 1965 को हुई थी. इसे पद्मश्री डॉ. मनमोहन अटावर ने शुरू किया था. इसका मुख्य उद्देश्य अमेरिकी बाजार को बेहतरीन गुणवत्ता वाले बीजों की आपूर्ति करना था. वही INDAM 1320 टमाटर अपनी सघन खेती क्षमता, कम समय में तैयार होने वाली फसल, और बाजार में ऊँचे दामों पर बिकने की वजह से किसान भाइयों के लिए बहुत ही लाभकारी साबित होती है.
यह किस्म विशेष रूप से उन किसानों के लिए उपयुक्त है, जो कम समय में अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं और गुणवत्तापूर्ण फसल का उत्पादन करना चाहते हैं. इसके अलावा, इसकी लंबी शेल्फ लाइफ और आकर्षक रूप-रंग इसे बाजार में उच्च मांग वाला उत्पाद बनाते हैं, जिससे किसान अपने निवेश पर बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
INDAM 1320 टमाटर की विशेषताएं
- उच्च पैदावार: INDAM 1320 किस्म से किसान कम समय में अच्छी मात्रा में उत्पादन कर सकते हैं, जिससे उनके मुनाफे में वृद्धि होती है.
- आकर्षक फल: इस किस्म के टमाटर आकार में गोलाकार और गहरे लाल रंग के होते हैं, जो बाजार में उच्च मांग के कारण बेहतर कीमत पर बिकते हैं.
- मध्यम आकार के फल: INDAM 1320 के टमाटर का औसत वजन 90-100 ग्राम होता है, जो कि खुदरा और थोक बाजार दोनों के लिए उपयुक्त है.
- रोग प्रतिरोधक क्षमता: यह किस्म प्रमुख टमाटर रोगों के प्रति बेहतर प्रतिरोधक क्षमता रखती है, जिससे पौधों का विकास स्वस्थ रहता है.
- लंबी शेल्फ लाइफ: INDAM 1320 टमाटर की शेल्फ लाइफ लंबी होती है, जिससे इसे अधिक समय तक ताजा रखा जा सकता है और बाजार में आसानी से भेजा जा सकता है.
- अनुकूलित किस्म: यह किस्म विभिन्न जलवायु और मिट्टी की परिस्थितियों में सफलतापूर्वक उगाई जा सकती है, जिससे इसे छोटे और बड़े किसानों द्वारा अपनाना आसान होता है.
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बुवाई का सही तरीका:
- मिट्टी का चयन: INDAM 1320 टमाटर के लिए दोमट और अच्छी जलनिकासी वाली मिट्टी सबसे उत्तम होती है. मिट्टी का pH स्तर 6.0-7.5 के बीच होना चाहिए.
- बुवाई का समय: टमाटर की इस किस्म को गर्मी में उगाया जाता है.
- बुवाई की दूरी: पौधों के बीच लगभग 45-60 सेंटीमीटर की दूरी रखें और कतारों के बीच 75-90 सेंटीमीटर की दूरी रखें ताकि पौधे अच्छी तरह से विकसित हो सकें.
- खाद और उर्वरक: बुवाई से पहले खेत में जैविक खाद या वर्मी कम्पोस्ट मिलाएं. संतुलित उर्वरक, जैसे कि नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश का उपयोग करें, जिससे पौधों को भरपूर पोषण मिले.
- सिंचाई: बुवाई के तुरंत बाद हल्की सिंचाई करें और पौधों को नियमित अंतराल पर पानी देते रहें. ध्यान रखें कि जलभराव से बचने के लिए सिंचाई का सही प्रबंधन करें.
- खरपतवार नियंत्रण: खेत को साफ रखने के लिए समय-समय पर खरपतवार निकालते रहें. इससे पौधों को भरपूर पोषण मिलेगा और उनका विकास अच्छा होगा.
- रोग और कीट प्रबंधन: रोग और कीटों से बचाव के लिए समय-समय पर जैविक या कीटनाशक छिड़काव करें. लीफ करल वायरस और अन्य बीमारियों से पौधों को बचाने के लिए सावधानी बरतें.
फसल कटाई और भंडारण:
INDAM 1320 टमाटर की फसल 68-72 दिनों में तैयार हो जाती है. जब फल पूरी तरह से लाल हो जाएं, तब उन्हें सावधानीपूर्वक तोड़ें. इस किस्म के टमाटर की शेल्फ लाइफ लंबी होती है, इसलिए इसे कुछ दिनों तक ताजा रखा जा सकता है. पैकिंग के दौरान सावधानी बरतें ताकि टमाटर खराब न हो और इसे आसानी से बाजार तक पहुँचाया जा सके.
ऐसे में हम यह कह सकते हैं कि INDAM 1320 टमाटर की किस्म अपनी उच्च उत्पादन क्षमता, बेहतर गुणवत्ता और रोग प्रतिरोधकता के कारण किसानों के लिए एक आदर्श विकल्प है. इसकी खेती से किसान अपने उत्पादन में सुधार कर सकते हैं और अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. इसकी बेहतर शेल्फ लाइफ और आकर्षक फल इसे बाजार में भी लोकप्रिय बनाते हैं, जिससे किसान भाइयों को अच्छी कीमत मिलती है.
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