अब पशुपालन विभाग की तरफ से किसानों के लिए एक अच्छी ख़बर आयी है. पशुपालन विभाग के साथ अब राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) भी डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बैंकों के माध्यम से किसानों को सब्सिडी देगा. इससे पशुपालकों और दूध उत्पादन करने वालों को बड़ी राहत मिलेगी. इसी साल पशुपालन विभाग की तरफ से 14 लोगों को ऋण सुविधा उपलब्ध कराई गई है.
पुराने नियमों में हुए बदलाव
डेयरी उद्योग और दुग्ध उतपादन करने में रुचि रखने वालो लोगों की मदद करने के लिए पुराने नियमों में कुछ बदलाव किये गए हैं. इसके लिए विभाग की तरफ़ से 50 फीसद सब्सिडी मिलेगी इसके आलावा नाबार्ड भी सब्सिडी देगा. सब्सिडी पाने के लिए सबसे पहले आपको नाबार्ड की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना पड़ेगा. जब इसकी पूरी तरह से पड़ताल हो जाएगी तो बैंक आपको लोन दे देगा.
नाबार्ड द्वारा पशुपालकों को सब्सिडी दिए जाने की प्रक्रिया में पशु चिकित्सा विभाग की अपनी अलग भूमिका रखेगी. नावार्ड ने सब्सिडी को सामान्य एवं ओबीसी वर्ग के लोगों के लिए 25 प्रतिशत एवं एसटी, एससी वर्ग के लोगों को 35 प्रतिशत सब्सिडी देने का प्रावधान रखा है. नाबार्ड का कहना है की सब्सिडी देने में कोई भी देरी नहीं की जाएगी. किश्तों में सब्सिडी का भुगतान किया जायेगा. जिससे लोग ज्यादा से ज्यादा पशु ख़रीदकर अपना कारोबार आगे बड़ा सकें.
लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन करें
आप बैंक के माध्यम से नाबार्ड की वेबसाइट पर जाकर डेयरी उद्योग और पशुपालन शुरू करने करने के लिए ऋण का आवेदन कर सकते हैं. इसमें डेयरी उद्योग खोलने वाले स्थान, खरीदने वाले पशुओं की संख्या, गायों की नस्ल, डेयरी के लिए जरूरी अन्य सामग्री की जानकारी, शेड एवं चारा रखने गोदाम के निर्माण की लागत आदि की जानकारी सबमिट करनी होगी.
अगर आप इस योजना के बारे में जानकारी और सहायता चाहते हैं तो आप पशु चिकित्सा विभाग से संपर्क करें. पशु चिकित्सा विभाग की तरफ आपको टीकाकरण, पशुओं की जांच व इलाज की जानकारी आपको मिल जाएगी. आपके पशुओं को कोई बीमारी न हो इसके लिए विभाग के तरफ से हर साल टीकाकरण अभियान चलाया जाता है. इसी टीकाकरण अभियान के तहत ही डेयरी में रहने वाले पशुओं का भी टीकाकरण होता है.
प्रभाकर मिश्र, कृषि जागरण
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