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गाय/भैंस को खिलाएं लड्डू, समय पर होंगी गाभिन

हमारे देश में गाय व भैंस पालन का चलन काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. मगर कई बार गाय व भैंस समय पर हीट में नहीं आती हैं. इससे पशुपालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके लिए कुछ साल पहले भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) द्वारा एक लड्डू बनाया गया है. इस लड्डू की अपनी एक खासियत है.

कंचन मौर्य
कंचन मौर्य
IVRI
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हमारे देश में गाय व भैंस पालन का चलन काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. मगर कई बार गाय व भैंस समय पर हीट में नहीं आती हैं. इससे पशुपालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इसके लिए कुछ साल पहले भारतीय पशु अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) द्वारा एक लड्डू बनाया गया है. इस लड्डू की अपनी एक खासियत है.

दरअसल, ये लड्डू गाय या भैंस को समय पर हीट करने के लिए बनाया गया है, साथ ही दूध उत्पादन की मात्रा भी बढ़ाता है. अधिकतर पशुपालकों की यह बड़ी समस्या होती है कि उनके पशु समय से गाभिन नहीं हो पाते हैं. इसी समस्या को खत्म करने के लिए यह लड्डू तैयार किया गया है.

इस पर साल 2014 से 2017 तक  काम किया गया था, जिसे आईवीआरआई के पशु पोषण विभाग के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पुतान सिंह द्वारा किया गया. इसके चलते ही कृषि जागरण ने प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पुतान सिंह से बातचीत की और इस लड्डू से जुड़ी सभी जानकारियां हासिल की, जो आज हम अपने किसान भाईयों के साथ साझा करने जा रहे हैं.

प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पुतान सिंह के मुताबिक...

कृषि जागरण से बातचीत करते हुए प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पुतान सिंह ने बताया कि संस्थान द्वारा बनाए गए इस लड्डू को किसान अपने घर में आसानी से बना सकते हैं. इसको शीरा, चोकर, नॉन प्रोटीन नाइट्रोजन, मिनरल मिक्सचर और नमक के मिश्रण से तैयार किया गया है. बता दें कि 100 से 250 ग्राम का एक लड्डू रोजाना पशु को दिया जाता है, वो भी पशु के वजन पर निर्भर होता है. इस लड्डू में मात्र 10 रुपए का खर्चा आता है. अगर पशुपालक अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं, तो इसे व्यवसाय के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पुतान सिंह लड्डू की खासियत बताते हुए कहते हैं कि इस लड्डू को दुधारु पशुओं को खिलाने से दूध में 10 से 12 प्रतिशत की वृद्धि होती है. जो पशु गाभिन नहीं हो पाते हैं, उनको 20 दिन रोज एक लड्डू खिलाने से पशु गाभिन हो जाता है. इस लड्डू का परीक्षण बरेली के आस-पास के गांव में किया गया है.  

आगे डॉ. पुतान सिंह बताते हैं कि अगर कोई पशुपालक इसको बनवाना या सीखना चाहता है, तो इसकी ट्रेनिंग संस्थान द्वारा दी जाती है. इस प्रशिक्षण में पूरी विधि बताई जाएगी, साथ ही इसे किस तरह पशुपालक व्यवसाय के रूप में अपना सकते हैं, इसके बारे में भी पूरी जानकारी दी जाएगी.

किसान भाई इस लड्डू को बनवाने या प्रशिक्षण लेने के लिए आईवीआरआई में संपर्क कर सकते हैं.

डॉ. पुतान सिंह 9411220003

English Summary: Laddu have been made by IVRI to heat cows and buffaloes Published on: 06 February 2021, 10:04 IST

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