नई दिल्ली। यूरोपीय संघ ने देश में झींगा आयात पर प्रतिबंध लगाने की आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया है. इस संबंध में भारत में यूरोपीय संघ के राजदूत टोमास्ज कोज्लोवकी ने इस संबंध में बिना संशय दूर करते हुए जानकारी दी कि हम भारतीय झींगा पर कोई भी प्रतिबंध नहीं लगाने जा रहे हैं. बस बात यह है कि यूरोप में हमारे कुछ स्वास्थय नियम है और विदेशों से सारा आयात हमारी इच्छा के अनुसार ही होना चाहिए. झींगा आयात को लेकर चिंता इसीलिए बढ़ रही थी क्योंकि यूरोपीय संघ भारतीय झींगा में एंटीबायोक्टिस दवाओं के इस्तेमाल को लेकर गंभीर रूप से चिंतित है. भारतीय अधिकारियों से मिले जवाब से भी यूरोपीय संघ पूरी तरह से असंतुष्ट था. दरअसल पिछले वर्ष यूरोपीय संघ का एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया था जिसे भारत से निर्यात किए जाने वाले मत्स्य उत्पादों के चल रहे उत्पादन स्थल का कार्य सौंपा गया था.
राजदूत का कहना है कि यूरोपीय संघ को किए जाने वाला निर्यात पूरी तरह से जारी है लेकिन निर्यातकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि झींगा हमारे स्वास्थय संबंधी नियमों को पूरा करता हो. उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी नहीं है कि भारतीय खेपों की जांच का प्रतिशत बढ़ेगा या नहीं. बता दें कि इससे पहले यूरोपीय अधिकारियों ने एंटीबायोटिक्स के बढ़ते मामलों के संबंध में ना केवल भारतीय अधिकारियों से शिकायत की थी बल्कि जांच के नमूनों का भी प्रतिशत 10 से बढ़ाकर 50 तक कर दिया था.
किशन अग्रवाल, कृषि जागरण
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