मौजूदा वक़्त में बहुत सारी ऐसी कंपनियां हैं जो फसल में इस्तेमाल किए जाने वाले कीटनाशकों को बना रही हैं. ‘हिंदुस्तान इंसेक्टीसाइड लिमिटेड’ कंपनी भी इस क्षेत्र में एक सरकारी कंपनी है जो वर्तमान में कई तरह के कीटनाशक उत्पाद बनाकर किसानों को कई तरह से फायदा पहुंचा रही है.ये कृषि क्षेत्र में काफी समय से काम कर रही है और मौजूदा बाजार में इसके बहुत सारे उत्पाद भी हैं. इस कंपनी के कृषि संबन्धित उत्पाद किसानों के बीच उनकी गुणवत्ता और उचित मूल्य के कारण पसंद किए जाते है. इस कंपनी के कौन से प्रमुख उत्पाद हैं और कंपनी किसान हित में क्या नया कदम उठाने जा रही है. यह जानने के लिए कृषि जागरण की टीम ने कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एस० पी० मोहंती से बात की. पेश है बातचीत के कुछ अंश -
1. एस० पी० मोहंती जी, आप अपने और अपनी कंपनी के बारे में बताइए?
मैंने इस कंपनी में निदेशक विपणन के पद पर 15 सितंबर, 2015 से कार्यरत हूं और अब मैं अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक दोनों का कार्यभार संभाल रहा हूं. कंपनी की आगे चलकर बहुत सारी योजनाएं है. जिसको लेकर हम लोग आगे बढ़ रहे है. अगर कंपनी के बारे में बाते करें तो हिंदुस्तान इंसेक्टीसाइड लिमिटेड’ जोकि भारत सरकार की अधीनस्थ कंपनी है, की भारत में स्थापना 1954 में हुई थी. उस समय इसका मकसद कुछ और ही था लेकिन धीरे - धीरे समय के साथ इसका मकसद बदलता गया. आज हम एक प्रमुख कंपनी के रूप में बीज, खाद एवं कृषि रसायन तीनों ही क्षेत्र में काम कर रहे हैं. दो साल पहले हमारी कंपनी का नाम बदलकर ‘हिल’ इंडिया रखा गया जोकि आज के समय में देश के सभी किसानों को हर तरह की सुविधा मुहैया करवा रही है. और यह ‘हिल’ इंडिया कंपनी का मुख्य उद्देश्य बन गया है.
2. मोहंती जी आपकी जो ये कंपनी हिल इंडिया है. यह कृषि क्षेत्र में कब से काम कर रही है और मौजूदा बाजार में आपके कितने प्रोडक्ट है ?
कंपनी 1984 से कृषि रसायन बना रही थी. जिसमें कीटनाशी और फफूदीनाशी देश के किसानों के लिए बनाना शुरू किया था. फिर हम 2012 के आस -पास बीज के क्षेत्र में आ गया था. जिसमें हमारा किसानों को अच्छे और गुणवत्ता वाली बीज प्रजातियों को उपलब्ध करवाना मुख्य मकसद है और कृषि विभाग मंत्रालय भारत सरकार ने हमें नेशनल लेवल एजेंसी बनाया. फिर बाद में 2015 में मेरे ज्वाइन करने के बाद हम लोग फ़र्टिलाइज़र उत्पादन एवं वितरण के क्षेत्र में भी आ गए. हमारा मकसद था कि आज की तारीख में हम किसानों को सारी चीजें एक ही छत के नीचे मुहैया करवा पाए जैसे- बीज, फ़र्टिलाइज़र और फिर एग्रोकेमिकलस.
3. एचआईएल कृषि क्षेत्र में कब से काम कर रही है और मौजूदा बाजार में आपके कितने प्रोडक्ट है?
हम पिछले अनेक वर्षों से कृषि के लिए करी कर रहे है. हमारी कंपनी का एक प्रोडक्ट कीटनाशी जिसका नाम एंडो-सल्फान हिल्डान था वह मार्केट में बहुत फेमस हुआ था. लेकिन बाद में कुछ एनजीओ की वजह से इस प्रोडक्ट को बंद करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने ऑर्डर दे दिया था. उसके बाद आज हम लोग जेनेरिक मॉलिक्यूल वाली कीटनाशी दवाइयों में है. जैसा कि आज क्लोरपायरीफॉस जोकि हिलवान के नाम से पूरे देश में मशहूर है.
4. आपकी कंपनी पीएम मोदी जी के ‘एग्रीकल्चर ड्रीम प्रोजेक्ट’ जिसमें उन्होने साल 2022 तक किसानों की आय (Income) दोगुना करने की जो बात कही थी, उसमें आपकी कंपनी किस तरह से अपनी भूमिका निभाएगी?
हमारा मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने बहुत अच्छा कदम उठाया है कि किसानों की आय 2022 तक दोगुना करना है. हमारी भूमिका है जहां इनपुट लगता है. जब तक किसान को एक अच्छे दाम में एक क्वालिटी इनपुट नहीं मिलता है. उसका वहां पर खर्चा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. जैसा कि अगर किसान स्पूरियस पेस्टिसाइड का इस्तेमाल करेंगे वह पेस्टिसाइड काम नहीं करेगा तो उसकी पूरी फसल ख़राब हो जाएगी तो वह आय कैसे दोगुना करेंगे? आज एचआईएल इसी पर काम कर रहा है कि किसानों को क्वालिटी प्रोडक्ट क्वालिटी समय पर और क्वालिटी वैल्यू दे कर इनपुट की बर्बादी को रोक सके ताकी 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने में हमारी कंपनी उनकी सहायक बन सके. जहां तक किसानों की आय को बढ़ाने का प्रश्न है इसके लिए आवश्यक है कि किसान नवीनतम, अधिक उत्पादन, देने वाली प्रजातियों के बीजों का प्रयोग करें और गुणवत्तावान तथा सही मात्रा में सही समय पर कीटनाशकों का प्रयोग करें, जिससे उनकी कृषि लागत में कमी आएगी और प्रति एकड़ अधिक उत्पादन होगा. मुझे यह कहते हुए हर्ष हो रहा है कि हिल ( इंडिया) लिमिटेड लगातार नवीनतम अधिक उत्पादन देने वाली और कीटरोधी प्रजातियों के बीज पर किसानों को वितरित कर रहा है. इसमें हमारा योगदान काफी महत्वपूर्ण है. यह एक सतत की जाने वाली प्रक्रिया है और हम इसको सकुशल निर्वाह कर रहे है.
5. मार्केट के अंदर अभी आपकी स्थिति कैसी है ?
मौजूदा वक्त में एग्रोकेमिकल और बीजों में हमारा काफी योगदान है वही हमारी कंपनी का भविष्य में एग्रोकेमिकल और बीजों में अपना शेयर और आर्थिक बढ़ाने का लक्ष्य है. हमारी कंपनी इस लक्ष्य को पाने के लिए पूरी योजना बना रही है.
6. आपके प्रोडक्ट किसानों को किस तरह से फायदा पहुंचता है ?
उत्पादन तकनीक नये – नये अधिक उत्पादन देने वाली प्रजातियों के बीज के सहारे हम किसानों को फायदा पहुंचा रहे है. मैं बताना चाहूंगा कि हमारे देश में 15 हजार करोड़ का एग्रोकेमिकल मार्केट है जिसमें 30 प्रतिशत नकली कीटनाशी बिक रहे है. एचआईएल एक मात्र सरकारी कंपनी है जोकि किसानों को अच्छे दाम में बीज, फ़र्टिलाइज़र और एग्रोकेमिकल उपलब्ध करवा रही है. क्योंकि किसानों का प्राइवेट कंपनियों पर इतना भरोसा नहीं है. इसलिए हमारा मुख्य उद्देश्य किसानों को अच्छी क्वालिटी और दाम पर बीज और कीटनाशक उपलब्ध करवाना है. ताकी उनकी लागत घटे और वह अपनी आय बढ़ाएं. उनके चेहरे पर खुशहाली दिखे और वह समृद्ध हो, यही हमारा आशा है. हमारा मानना है कि कि यदि हमारा अन्नदाता खुशहाल है तो हमारा राष्ट्र भी खुशहाल रहेगा.
7. 'सीएसआर को लेकर आपकी कंपनी का क्या मानना है, क्या आपकी कंपनी ने कभी सीएसआर गतिविधि में भाग लिया है ?
मेरा मानना है कि किसानों को एग्रो केमिकल के उपयोग का कोई पूर्ण ज्ञान नहीं है और कितना सुरक्षा पूर्ण इस्तेमाल करना इसका भी पता नहीं है. तो आज की तारीख में हम लोग करीब 1 लाख किसानों को ट्रेनिंग दे चुके है. जिसमें किसानों को फ्री सेफ्टी किट दी जाती है. जिसमें उनको बताया जाता है कि कैसे इस पेस्टिसाइड का इस्तेमाल करना है. गत कुछ वर्षों में अनेक राज्यों में विशेषकर पंजाब और महाराष्ट्र में लगभग 200 कृषकों और कृषि श्रमिकों की सुरक्षा उपायों का सही सावधानी न अपनाने पर मृत्यु हुई है. इसका मुख्य वजह कीटनाशी दवाईयों का छिड़काव करते समय सावधानी न बरतना और अत्यधिक अथवा अविवेकपूर्ण कीटनाशी दवाईयों का प्रयोग करना है. इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के द्वारा किसानों में यह जागरूकता दिलाई जाती है कि सुरक्षा उपाय को अपनाकर वह किस प्रकार अपना जीवन सुरक्षित रख सकते है और विवेकपूर्ण कीटनाशकों का सही मात्रा में प्रयोग करके जलवायु, वातावरण, जल संग्रहण क्षेत्र, भूमि, पक्षी, और पशुधन को भी दवाईयों के अवशेषों के दुष्प्रभाव से बचा सकते है. इस विशेष प्रशिक्षण अभियान के लिए हिल ( इंडिया) लिमिटेड को वर्ष 2018 के लिए सामाजिक गतिविधियों के लिए ग्रीनटेक सी एस आर 2018 के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.
8. आप हमारे कृषि जागरण के मंच से किसानों को क्या सन्देश देना चाहेंगे ?
मैं देश के किसानों को यही संदेश देना चाहूंगा कि देश में अब किसानों के लिए काफी अच्छे ज्ञान कौशल उपलब्ध हो चुके है, काफी अच्छे कृषि मशीनरी भी उपलब्ध है. ऐसे में किसानों को खेती करने के तरीकों में बदलाव कर आधुनिक फार्मिंग को अपनाना चाहिए और नई तकनीकों को ज्ञान लेना चाहिए. किसान अपनी कृषि को उसी दिशा में आगे बढ़ाये जिससे उसको एक उन्नत भविष्य दिखे एक उन्नत भारत दिखाई दें और प्रधानमंत्री जी के मिशन को सफल करने के लिए सब लोग मिलजुल कर काम करे तभी देश आगे बढ़ेगा.
मनीशा शर्मा, कृषि जागरण
मो० –9999154802
ईमेल आई डी – [email protected]
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