देश में कई ऐसी एग्रोकेमिकल कंपनियां है जो खेती में इस्तेमाल किए जाने वाले उत्पादों को बना रही है। कृषि रसायन एक्सपोर्ट्स प्रा०लिमिटेड कंपनी भी उसी तरह की एक कंपनी है जो विश्वस्तर की सुविधाओं के साथ एग्रोकेमिकल निर्माता के रूप में अग्रणी है। पिछले कई वर्षों से इस कंपनी की सीएजीआर 17% से अधिक है। इसकी कई सारी विनिर्माण इकाइयां है परिणामस्वरूप यह एग्रोकेमिकल निर्माता के रूप में अग्रणी है। कृषि रसायन एक्सपोर्ट्स प्रा०लिमिटेड कंपनी, एग्रोकेमिकल कंपनियों में आगे कैसे है इसके बारे में जानने के लिए कृषि जागरण की वरिष्ठ पत्रकार तूबा महर ने ‘कृषि रसायन एक्सपोर्ट्स प्रा०लिमिटेड’ कंपनी के मार्केटिंग एंड सेल्स प्रेसिडेंट सुरेश रेड्डी से बातचीत की। पेश हैं इस बातचीत के कुछ अंश: -
1. कृषि रसायन की शुरुआत कैसे हुई ? उस समय आपके पास क्या योजना थी?
जवाब: कृषि रसायन सबसे पुरानी संस्थाओं में से एक है, जो लगभग 5 दशकों से भारतीय किसानों के बीच काम कर रही है। अगले 2 वर्षों में हम अपनी स्वर्ण जयंती मनाएंगे। हमारी कंपनी की पैन इंडिया में अच्छी मौजूदगी है। वर्तमान समय में हमारे पास लगभग 8 विनिर्माण इकाई हैं और बहुत जल्द हम गुजरात में एक नई विनिर्माण इकाई शुरू करेंगे जिसकी 38,000 टन उत्पादन क्षमता होगी। इस विनिर्माण इकाई के द्वारा, हम अपने व्यापार को वैश्विक स्तर पर विस्तार करेंगे। इसके अलावा, हम विश्वस्तरीय कार्यों के लिए मुंबई में अपना कार्यालय खोलेंगे। इस सीज़न में हम धान में बीपीएच और कपास में सफेद मक्खी से बचने के लिए उत्पादों को लॉन्च करने के लिए भी काम कर रहे हैं। हालांकि ऐसे कुछ उत्पाद पहले से ही कृषि रसायन कंपनी के द्वारा लॉन्च किए जा चुके हैं।
भारत में जलवायु परिवर्तन होता है और अकसर मानसून में भी देरी हो जाती है, इस बार भी देश में मानसून एक सप्ताह देरी से ही दस्तक दिया है। मानसून में देरी होने के वजह से फसलों में कीट व रोग हो जाते है और किसान इस स्थिति में जैविक और अजैविक खाद का इस्तेमाल करने लगते है। ऐसे में हमें फसल सुरक्षा के मद्देनजर पौधों के साथ-साथ मृदा की उर्वरता क्षमता पर भी ध्यान देने की जरूरत है। अतः हम गंभीरता से ‘अल्गा एनर्जी’ नामक स्पेन की कंपनी के साथ जैव-उत्पाद प्रौद्योगिकी पर काम कर रहे हैं, जिससे फसल बची रह सकती है और प्रतिकूल परिस्थितियों में भी बेहतर पैदावार दे सकती है। हम पोषण आधारित उत्पादों को भी लॉन्च करेंगे, जो अत्यधिक अनुकूलित हैं और उनके द्वारा मिट्टी में अपव्यय से भी बचा जा सके। हम सह-विपणन और B2B गठबंधनों के संदर्भ में विभिन्न अन्य कंपनियों के साथ जुडें हैं। भारत में, हमारा कोरोमंडल इंटरनेशनल सहित दो उर्वरक कंपनियों के साथ अच्छा गठजोड़ है। इसके अलावा, हमने SANKALP के नाम से अपने खुद के रिटेल आउटलेट भी शुरू किए हैं, जो किसानों को एनटूएन (N2N ) समाधान प्रदान करने वाले अन्य खुदरा दुकानों से बहुत अलग हैं
2. कृषज क्या है?
जवाब: कृषज हमारे ब्रांड का नाम है जोकि किसानों की मदद करने के लिए काम करता है। यह किसानों के लिए गुणवत्ता युक्त उत्पाद मुहैया कराने और सेवा का प्रतीक है।
3. कृषि रसायन का लक्ष्य क्या हैं?
जवाब : हमारी कंपनी, कृषि रसायन की बड़े लक्ष्य हैं। हम अगले पांच वर्षों में अपनी कंपनी को लगभग 3 गुना बढ़ाना चाहते हैं। हम विश्वस्तर पर सबसे प्रसिद्ध कृषि-रसायन और कृषि कंपनी बनना चाहते हैं। वर्तमान में हम इसके लिए भारत में जाने जाते हैं और अब हम वैश्विक बाजार में अपने पैर जमाना चाहते हैं। हमारा पूरा फोकस स्थानीय स्तर और विश्व स्तर पर काम करने पर आधारित है।
4. आप अपने ग्राहकों को संतुष्ट करने में कितने सफल हैं?
जवाब : हमारे उत्पादों की मांग भारतीय किसानों के बीच बहुत है, इसके अलावा हमारे उत्पादों की मांग विश्वस्तर पर भी है। क्योंकि हम गुणवत्ता युक्त उत्पादों के द्वारा अपनी सेवा दे रहे हैं। हमारे पास किसानों तक पहुंचने के लिए लगभग 1000 से अधिक कर्मचारी हैं। हमारे उत्पाद पूरे भारत में 4000 से अधिक आउटलेट्स में उपलब्ध हैं।
5. आपका रोल मॉडल कौन है जिस पर आप नज़र रखते हैं?
जवाब: भारत में ऐसे कई कंपनीयां हैं जिन्होंने वैश्विक बाजार में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आईटी उद्योग में जैसे इंफोसिस, विप्रो या ऑटोमोटिव्स। इन्होने वैश्विक बाजार में भारत को अलग पहचान दिया है.
6. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘कृषि रसायन’ को विस्तार करने के लिए आपकी क्या योजनाएं हैं?
जवाब : हम अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपने ब्रांड व्यवसाय को विकसित करने के लिए निर्यात पर अधिक ध्यान केंद्रित करने जा रहे हैं। जैसा कि मुंबई इसके लिए हब है, इसके मद्देनजर हम इस महीने में अपने कार्यालय का उद्घाटन करेंगे।
विवेक कुमार राय, कृषि जागरण
मो न॰ – 9891443388
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