हमारे देश में ज्यादातर किसान भाई/बहन खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते हैं. आज के समय में पशुपालन के कार्य को महिलाएं भी कुशलता के साथ संभाल रही हैं. ग्रामीण इलाकों में बकरी पालन अधिक किया जाता है. क्योंकि इस काम में खर्च कम और मुनाफा अधिक होता है.
देखा गया है कि बकरी के आहार (Goat Diet) में भी अधिक खर्च नहीं होता है. इससे कोई भी किसान आसानी से कर लाभ कमा सकते हैं. इसी क्रम में महाराष्ट्र सरकार की तरफ से महिलाओं के लिए बकरी पालन पर योजना चलाई जा रही है. जिसका नाम बकरी बैंक योजना (Goat Bank Scheme) है. बकरी पालन के लिए महिलाओं को इस योजना में उन्हें बकरी पालने के लिए कम मूल्य पर बकरी उपलब्ध करवाई जाएगी. यही नहीं सरकार के इस बकरी पालन योजना में महिलाओं को बकरी पालन का उचित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.
बकरी बैंक योजना का उद्देश्य (Objective of Bakri Bank Scheme)
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ग्रामीण महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना.
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बकरी पालन के व्यवसाय को बढ़ावा देना.
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इस व्यवसाय से महिलाओं की स्थिति में सुधार लानाहै.
ऐसे मिलेगा महिलाओं को बकरी बैंक योजना का लाभ (women will get the benefit of Goat Bank Scheme)
इस योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाएं अपने किसी भी नजदीकी सरकारी बैंक में जाकर आवेदन कर सकती हैं. बकरी बैंक योजना के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को 2 हजार रुपए में एक गर्भवती बकरी दी जाएगी. इसके लिए महिलाओं को बस बैंक में 2 हजार रुपए और साथ ही जितने बकरी के बच्चें होंगे उसमें से एक बच्चा बैंक को देना होगा. इस प्रक्रिया के बाद बकरी महिलाओं के नाम हो जाएगी. इसके अलावा सरकार के इस योजना के तहत महिलाएं बकरी का बीमा और उनके लिए टीकाकरण का खर्च भी बैंक उठाएगी.
बकरी बैंक योजना में पंजीकरण के लिए शुल्क (Fee for registration in Bakri Bank Scheme)
अगर आप भी सरकार के इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए 1200 रुपए का पंजीकरण शुल्क देना होगा. इसके बाद लोन के नियमों के तहत महिलाओं को बकरी प्राप्त होगी.
बैंक नियम के अनुसार, 40 महीने के समय के अंदर योजना प्राप्त करने वाली महिलाओं को 4 बकरी के बच्चे बैंक को देने होंगे. इसके बाद ही बकरी पर आपका संपूर्ण अधिकार होगा. इससे पहले बकरी बैंक की ही मानी जाएगी.
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