Beej Graam Yojana: अच्छी फसल और बेहतर उत्पादन के लिए किसानों को अच्छी क्वालिटी के बीजों की आवश्यकता होती है. लेकिन, जानकारी के आभाव में किसान अक्सर सही बीजों का चयन नहीं कर पाते हैं. जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है. दरअसल, बाजार में इन नकली बीजों को चलन काफी बढ़ गया है. नकली और असली बीजों में अंतर पहचानना इतना आसान भी नहीं है. जिस वजह से किसानों फर्क पहचान नहीं पाते और बाद में उनकी फसल बर्बाद हो जाती है. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है. असली बीजों को कालाबाजारी के कारण, किसान भाई इनका लाभ नहीं उठा पाते. किसानों की इसी समस्या को देखते हुए सरकार ने एक बड़ी पहल की है. समस्या ने निपटने के लिए सरकार बीज ग्राम योजना (Beej Graam Yojana) लेकर आई है. जिसके तहत किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज कम कीमत पर दिए जाते हैं. ऐसे में आप भी खेती के लिए सरकार की इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. आइए आपको इस योजना के बारे में विस्तार से बताते हैं.
क्या है बीज ग्राम योजना?
सबसे पहले को आपको बता दें कि ये केंद्र द्वारा संचालित एक योजना है, जो खासकर किसानों के लिए शुरू की गई है. इस योजना की शुरुआत 2014-15 में हुई थी. योजना के तहत किसानों को बुवाई, कटाई और अन्य कामों का भी प्रशिक्षण दिया जाता है. ताकि उन्हें और मुनाफ मिल सके. इस योजना का मुख्य उद्देशय बीजों की कालाबाजारी को खत्म करना है, ताकि किसानों को समय से अच्छी गुणवत्ता वाले बीज मिल सके. योजना के तहत किसानों को अच्छी क्वालिटी के बीज तो दिए ही जाते हैं, लेकिन उन्हें ये भी बताया जाता है की वे खुद कैसे इन्हें उगा सकते हैं. ताकि, किसानों को किसी पर निर्भर न रहना पड़े.
बीज ग्राम योजना के फायदे
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योजना के तहत सबसे पहला फायदा यह होता है कि किसानों को बीजों के लिए यहां-वहां भटकना नहीं पड़ता.
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अच्छी क्वालिटी के बीजों के लिए उत्पादन अच्छा होता है और किसानों का मुनाफी भी बढ़ जाता है.
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किसानों को कृषि विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे उन्हें समय-समय पर नई तकनीकों की जानकारी मिलती रहती है.
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योजना का लाभ सिर्फ उन किसानों को मिल पाएगा, जो आर्थिक रूप से कमजोर है.
कैसे उठाएं योजना का लाभ?
यदि आप भी एक किसान हैं और खेती के लिए अच्छी क्वालिटी के बीज तलाश रहे हैं, तो सरकार की इस योजना (बीज ग्राम योजना) का लाभ उठा सकते हैं. इसके लिए आप निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं. सबसे पहले, आपको अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में जाकर जिला कृषि अधिकारी से संपर्क करना होगा. वहां आप इस योजना के लिए आसानी से अनुरोध कर सकते हैं. ध्यान दें कि इसके लिए आपको आवश्यक सभी दस्तावेजों को साथ लाना होगा, जैसे आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, पासबुक, फोटो आदि.
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