बिहार के पटना के औरंगाबाद जिले में किसानों के लिए वन विभाग द्वारा एक बड़ी खुशखबरी दी गई है. दरअसल, विभाग किसानों को मुख्यमंत्री कृषि वानिकी योजना (Mukhyamantri krishi vaniki yojana) से जोड़कर उनकी आमदनी बढ़ाना चाहता है. इस योजना के तहत किसान अपनी जमीन पर पौधे उगा सकते हैं और अच्ची आमदनी कमा सकते हैं. इस योजना को जल जीवन हरियाली योजना के तहत संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य पर्यावरण, वन और जलवायु को सुरक्षित रखना है. ऐसे में विभाग मुख्यमंत्री कृषि वानिकी योजना योजना के जरिए ही किसानों की आमदनी बढ़ाना चाहता है.
क्या है कृषि वानिकी योजना
इस योजना के तहत हरियाली पर जोर दिया जाएगा, साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ाई जाएगी. इसके लिए किसानों को वन विभाग से पौधा खरीदना होगा. इसके बाद उन पौधों को अपनी जमीन पर लगाकर लगभग 3 साल तक उनकी देखभाल करनी होगी. इसके लिए किसानों को कृषि वानिकी योजना के तहत अनुदान के तौर पर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
ये खबर भी पढ़े: PMFBY: किसान 31 जुलाई से पहले करा लें खरीफ फसलों का बीमा, ऐसे मिलेगा लाभ
100 पौधों के लिए करना होगा आवेदन
इस योजना के तहत किसानों को कम से कम 100 पौधों को खरीदना आनिवार्य है. खास बात है कि किसान अपनी इच्छानुसार कोई सा भी पौधा खरीद सकता है. बता दें कि जिले के नर्सरी में फलदार, फूलदार, इमारती लकड़ी वाले पौधे अधिक पाए जाते हैं. एक बार किसान ने वन विभाग से पौधे खरीद लिए, तो उन पर किसानों का ही मालिकाना हक रहेगा.
पौधे को 3 साल तक रखना होगा सुरक्षित
अगर किसान वन विभाग से खरीदे गए पौधे में से 50 प्रतिशत पौधों को 3 साल तक सुरक्षित रखते हैं, तो इसके लिए किसानों को प्रति पौधा 60 रुपए की दर से अनुदान राशि दी जाएगी. इसके अलावा पौधे खरीद में जमा किए गए 10 रुपए जोड़कर किसानों के खाते में कुल 70 रुपए भेजे जाएंगे. बता दें कि इससे पहले किसानों को प्रोत्साहन राशि के तौर पर केलव 35 रुपए दिए जाते थे.
30 जून तक करें आवेदन
अगर कोई किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहता है, तो वह वन विभाग में आने वाली 30 जून तक आवेदन जमा कर सकते हैं. बता दें कि पहले इस योजना के लिए आवेदन की तारीख 1 जून तय की गई थी, लेकिन लॉकडाउन लगने की वजह से इसस तारीख को आगे बढ़ा दिया गया.
ये खबर भी पढ़े: काले गेहूं की खेती ने बदली किसान की किस्मत, 20 बीघा खेत से हो रहा है लाखों रुपए का मुनाफा
Share your comments